धनबाद: नगर निगम ने 7 सदस्यीय जैव विविधता प्रबंध समिति का गठन किया है. यह कमेटी नगर निगम इलाके में जीव-जंतु, पेड़- पौधे, जलीय जीव, खरपतवार आदि जो विलुप्त हो रहे हैं, उन सभी के बारे में जानकारी ली जाएगी, जिसके बाद उसका संरक्षण कैसे हो इस पर विचार किया जाएगा.
धनबाद नगर निगम इलाके में विलुप्त हो रहे जीव-जंतु, पेड़-पौधे,खरपतवार, आदि सभी जो विलुप्त हो रहे हैं या उनकी संख्या में बढ़ोतरी हुई है, इन सभी चीजों की जानकारी कमेटी इकट्ठा करेगी.
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समिति के अध्यक्ष प्रेमचंद्र ने बताया कि पहले हमारे यहां लोग अपना इलाज कराने के लिए वैद्य के पास जाते थे और जड़ी-बूटी से उसका इलाज किया जाता था, जिसमें कोई साइड इफेक्ट नहीं होता था, लेकिन आज लोग तबीयत खराब होने पर सीधे डॉक्टर के पास जाते हैं और केमिकल युक्त दवा लेते हैं, जिससे साइड इफेक्ट का भी खतरा ज्यादा रहता है. उन्होंने बताया कि समिति का मुख्य उद्देश्य इन सभी चीजों को बढ़ावा देना है जो अब विलुप्त होने के कगार पर आ गए हैं.
प्रेमचंद्र ने बताया कि कमेटी ऐसे वैद्य का पता लगाएगा जो वर्तमान में इलाज कर रहे हैं और कौन-कौन से ऐसे पेड़-पौधे और वनस्पति हैं, जिनका दवा के रूप में इस्तेमाल होता था. इन सभी चीजों के बारे में उनसे जानकारी भी जाएगी और वैसे वनस्पतियों को बचाने की पहल की जाएगी. समिति के अध्यक्ष का कहना है कि बहुत से जलीय जीव भी हैं जो अब विलुप्त हो रहे हैं, आखिर यह क्यों हो रहा है और इस का क्या प्रभाव पड़ेगा इन सभी बातों पर विचार किया जाएगा.
नगर निगम के सिटी मैनेजर कुंदन सिंह ने बताया कि कमेटी का गठन जैव विविधता अधिनियम 2002 के आलोक में राज्य सरकार के निर्देश पर किया गया है. यह नगर निगम इलाके के साथ-साथ पंचायत इलाके में भी होगा, जंहा पर उसकी निगरानी वहां के प्रखंड विकास पदाधिकारी लेवल के अफसर करेंगे. उन्होंने कहा कि यह अच्छी पहल है और इसमें सही से काम होना चाहिए.