धनबाद: बीसीसीएल बरोरा क्षेत्र संख्या एक के अंतर्गत संचालित शताब्दी परियोजना के समीप मंडल केंदुआडीह स्थित सामुदायिक भवन को ध्वस्त करने पहुंचे बीसीसीएल अधिकारियों और सीआईएसएफ की टीम को लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा. बता दें कि बीसीसीएल के अधिकारी सीआईएसएफ टीम के साथ डोजर लेकर रविवार को मौके पर पहुंचे थे. डोजर देख स्थानीय लोग आक्रोशित हो गए.
सीआईएसएफ जवानों ने किया लाठीचार्जः लोगों ने बीसीसीएल अधिकारियों और सीआईएसएफ की टीम को सामुदायिक भवन तोड़ने से रोक दिया. इस दौरान स्थानीय महिलाओं और पुरुषों के साथ सीआईएसएफ टीम की नोकझोंक भी हुई. स्थानीय ग्रामीण सीआईएसएफ के जवानों से उलझ गए. जिसके बाद सीआईएसएफ जवानों के जवानों ने लाठीचार्ज कर दिया. थोड़ी देर के लिए मौके पर अफरातफरी का माहौल बन गया.
मौके पर पहुंची पुलिस, लोगों को कराया शांतः इसके बाद मामले की सूचना बरोरा थाना की पुलिस को दी गई. जानकारी मिलते ही थाना प्रभारी नीरज कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे. उन्होंने आक्रोशित लोगों को शांत कराया. पुलिस के द्वारा लोगों को शांत कराए जाने के बाद सामुदायिक भवन को ध्वस्त कर दिया गया है. बीसीसीएल की इस कार्रवाई से लोगों में आक्रोश है.
लोगों ने सीआईएसएफ जवानों पर लगाया मारपीट करने का आरोपः वहीं मौके पर मौजूद स्थानीय महिलाओं का कहना था कि सामुदायिक भवन में बच्चे पढ़ाई करते थे. उस भवन को बीसीसीएल के अधिकारी सीआईएसएफ टीम के साथ डोजर लेकर ध्वस्त करने के लिए पहुंचे थे. उन्हें रोकने पर वे मारपीट पर उतारू हो गए. महिलाओं ने सीआईएसएफ पर लाठीचार्ज करने का आरोप लगाया है.
स्थानीय लोगों ने पुनर्वासित कराने की मांग कीः वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि सामुदायिक भवन का उपयोग कोई समारोह या शादी-विवाह के अवसर पर किया जाता था. जिसे तोड़ने के लिए बीसीसीएल और सीआईएसएफ की टीम पहुंची थी. रोकने पर सीआईएसएफ टीम के द्वारा लाठीचार्ज किया गया है. उन्होंने कहा कि बीसीसीएल हम लोगों यहां से उजाड़ने पर आमादा है, लेकिन हम सभी के पुनर्वास के लिए कोई पहल नहीं कर रहा है. बीसीसीएल को पहले हमारे पुनर्वास पर विचार करने की जरूरत है. पुनर्वास के साथ रोजगार और मुआवजा देने की मांग लोगों ने बीसीसीएल से की है.