धनबाद: जिले के बाघमारा के तेलमोचो में ग्रामीण जलापूर्ति योजना की पानी सप्लाई पीएचडी विभाग की अनदेखी से पिछले छः महीनों से बंद है. लेकिन इसकी कोई सुध लेने वाला कोई नहीं है, जिसके कारण ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इससे नाराज होकर सैकड़ों ग्रामीण 4 दिसंबर को विशाल धरना देंगे
क्या कहते हैं ग्रामीण
ग्रामीणों का कहना है कि दशहरा से लेकर छठ का त्योहार में भी वे सभी पानी से वंचित रहे. सरकार को अगर पानी गरीबों को देना ही नहीं था, तो गरीबों का करोड़ों रूपये क्यों उड़ाये गए, जब से जलापूर्ति योजना का निर्माण कार्य शुरू हुआ है, तभी से काफी अनियमितता के साथ फिल्टर प्लांट, जलमीनार को बनाया गया, जिसका खामियाजा जनता झेल रही है.
संवेदक ने खड़े किए हाथ
उप विकास आयुक्त धनबाद का कहना है कि पंचायत के मुखिया को हैंडओवर लेना था. लेकिन चार साल बीत जाने के बाद भी मुखिया इसका हैंडओवर नहीं ले रहे हैं. इस स्थिति में संवेदक ने भी हाथ खड़े कर दिए हैं, जिसके कारण से पानी की सप्लाई बंद है. फिर भी वे जल्द ही समस्या का निदान करेंगे. ताकि लोगों को पानी की सुविधा मिल सके.
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दोषियों पर होगी कारवाई
पंचायत के जनप्रतिनिधियों के अलग तथ्य है, उनका कहना कि तेलमोचो जलापुर्ति योजना का काम पीएचडी विभाग स्वंय अपने हाथों में लेकर चलाये, तभी पता चलेगा कि ठेकेदार ने इसमें कितना घोटाला किया है. सिर्फ जलमीनार खड़ा कर देने से उसको मतलब था, इस पर पानी आज तक पानी नहीं चढ़ा है. तेलमोचो जलापुर्ति योजना का शिकायत पत्र कई बार उच्च पदाधिकारीयों को दिया गया है. लेकिन आज तक न कोई जांच करने आया और न कोई कारवाई ही हुई. घटिया तरीके से ओर आधा अधूरा काम किए हुए इस योजना को वे लोग क्यों हैंड ओवर लेंगे. राज्य सरकार के पीएचडी मंत्री खुद इसकी अपने स्तर से जांच करें, जब सच्चाई सबके सामने आ जायेगा और जो भी दोषी हैं, उस पर कारवाई करें.