धनबादः आयुष चिकित्सकों ने समान काम के बदले समान वेतन की मांग को लेकर चार दिवसीय सांकेतिक हड़ताल की घोषणा की हैं. यह हड़ताल आठ जून से 12 जून तक जारी रहेगी. आयुष एसोसिएशन ऑफ झारखंड ने हड़ताल की घोषणा करने के बाद एक प्रतिनिधिमंडल सिविल सर्जन डॉ गोपाल दास से मिला और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने नाम ज्ञापन सौंपा है.
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एसोसिएशन के अध्यक्ष दिग्विजय भरद्वाज ने बताया कि आयुष चिकित्सक वैश्विक महामारी कोरोना के दौरान अस्पतालों में सेवा दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम चिकित्सकों की काफी कम मानदेय है, जबकि एलोपैथिक चिकित्सकों का मानदेय हमसे काफी अधिक है. उन्होंने कहा कि एलोपथिक चिकित्सकों की तरह ही आयुष चिकित्सकों से भी कोरोना काल में कार्य लिया जा रहा हैं, तो मानदेय भी समान होना चाहिए.
काला बिल्ला लगाकर करेंगे काम
उन्होंने कहा कि पिछले साल भी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर गए थे. उस समय निदेशक एनएचएम के सकारात्मक आश्वासन के बाद हड़ताल खत्म की थी, लेकिन अब तक सरकार की ओर से सकारात्मक पहल नहीं की गई है. उन्होंने कहा कि बाध्य होकर आयुष चिकित्सक 8 जून से 12 जून तक सांकेतिक हड़ताल पर रहेंगें. इस दौरान चिकित्सक काला बिल्ला लगाकर अपना काम करेंगे. सरकार हमारी मांगों पर विचार नहीं करती है, तो आगे आंदोलन की रणनीति तय की जाएगी.