धनबाद: देश में कोरोना महामारी के कारण लागू लॉकडाउन से न केवल फिल्मी कलाकार बुरी तरह प्रभावित हुए हैं, बल्कि संगीत से जुड़े लोगों की भी हालत बहुत ही खस्ता हो गई है. जिले में छोटे बड़े कलाकारों का जीना मुहाल हो गया है और उनके खाने के लाले पड़ गए हैं. विधायक सांसद और सूबे के मुख्यमंत्री से गुहार लगाने के बाद अब सड़क उतने की चेतावनी कलाकार संघ ने दी है.
लॉकडाउन में कलाकारों की परेशानी
लॉकडाउन ने हर किसी की कमर तोड़ कर रख दी है, लेकिन अब अनलॉक 4 में करीब-करीब सभी वर्गों का जीवन पटरी पर दौड़नी शुरू हो गई है. लेकिन अभी भी एक वर्ग ऐसा है जो सरकार से उम्मीदें लगाए बैठी है. वह है संगीत से जुड़े कलाकारों का वर्ग. कोयलाचंल में संगीत से जुड़े करीब 200-300 छोटे कलाकारों के लिए आजीविका चलाना मुश्किल हो गया है. लॉकडाउन के बाद पिछले करीब तीन महीने में देश भर में संगीत का एक भी कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जा सका है. मोहल्लों में संगीत सिखाने के जितने स्कूल खुले हुए थे, वे सब पूरी तरह बंद हो गए. जो कलाकार संगीत का ट्यूशन कर अपनी आजीविका चलाते थे उनके लिए भी जीना मुहाल हो गया है.
इसे भी पढ़ें-धनबाद: नगर निगम के पदाधिकारी पाए गए कोरोना पॉजिटिव, दूसरे तल के दफ्तर दो दिन के लिए बंद
धनबाद कलाकार संघ
धनबाद कलाकार संघ के सदस्यों ने मुख्यमंत्री धनबाद के सासंद, झरीया विधायक व धनबाद उपायुक्त को पत्र के माध्य्म से अवगत कराया गया. हर संभव मदद करने का आश्वासन मिला, लेकिन कलाकारों को निराशा मिली. कलाकार संघ के अध्यक्ष राजू सिंह अनुरागी कहते हैं कि बेरोजगारी के कारण हमारा पूरा परिवार भुखमरी के कगार पर पहुंच गया है. धनबाद सांसद से कई बार मिले लेकिन सिर्फ सांसद से मिला अस्वासन. अब धनबाद के सारे कलाकार सड़क पे उतरने पर मजबूर हो गए हैं. अगर उससे भी बात नहीं बनी तो किसी दिन यह जरूर सुनने को मिलेगा कि एक कलाकार ने आत्महत्या कर ली और इसके लिए सिर्फ और सिर्फ सरकार दोषी होगी.