धनबादः 22 जनवरी को कोयला कारोबारी मनोज यादव की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. धनबाद पुलिस ने इस हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने के साथ साथ हत्याकांड में शामिल 7 अपराधियों को भी गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि अवैध कोयला कारोबार में वर्चस्व की लड़ाई थी. वर्चस्व की लड़ाई में मनोज यादव की हत्या की गई है.
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पुलिस ने बताया कि हत्याकांड का मास्टरमाइंड विकास बजरंगी है. विकास बजरंगी 8 साल बाद छह महीने पहले जेल से बाहर निकला था और कोयला कारोबार में अपना वर्चस्व कायम कर रहा था. लेकिन मनोज यादव बाधा बन रहा था. इसलिए विकास ने हत्याकांड को अंजाम तक पहुंचाने के लिए मनोज की पूर्व प्रेमिका और प्रेमिका की मां को इस खेल में शामिल किया. इसके बाद मनोज की हत्या की.
पुलिस ने बताया कि मनोज की हत्या के आरोप में सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इसमें विकास बजरंगी, अन्नू यादव, सिद्दकी आलम उर्फ आजाद, मोलू उर्फ प्रकाश कुमार, गौतम कुमार यादव, जहां आरा और सारो शामिल हैं. विकास बजरंगी इस मामले का मास्टरमाइंड है. पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के पास से 2 लाख रुपये, एक पिस्टल, दो जिंदा गोली, बाइक और 9 मोबाइल बरामद किया गया है, जो हत्या में प्रयोग किया गया था.
एससपी संजीव कुमार ने बताया कि मनोज यादव हत्याकांड में गिरफ्तार मोलू उर्फ प्रकाश कुमार और गौतम कुमार यादव दोनों शूटर हैं. ये दोनों अपराधी बाइक से घटनास्थल पहुंचा था और मनोज के ऊपर फायरिंग की थी. एसएसपी ने बताया कि मनोज के पूर्व प्रेमिका जहां आरा और प्रेमिका की मां सारो को गिरफ्तार किया है. उन्होंने कहा कि जहां आरा ने मनोज को फोन कर घटनास्थल पर बुलाई थी. इसके साथ ही अन्नू यादव और सिद्दकी आलम उर्फ आजाद दोनों रेकी की थी.
एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ की गई. पूछतात में सभी आरोपियों ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है. उन्होंने कहा कि पूछताछ के बाद सभी अपराधियों को जेल भेज दिया है.