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RAKSHABANDHAN 2022ः देवघर के हर गली-सड़क पर हर हर बम बम, भोलेनाथ को बांधी राखी

RAKSHABANDHAN 2022 देवघर में उत्साह से मनाया गया. सबसे पहले बाबा वैद्यनाथ को रक्षासूत्र अर्पित कर भक्तों ने घरों में त्योहार की शुरुआत की. इसको लेकर बाबाधाम मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ी.

Devotees offer Rakshasutra to Baba
देवघर में बाबा वैद्यनाथ
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Published : Aug 12, 2022, 12:01 PM IST

Updated : Aug 12, 2022, 1:45 PM IST

देवघरः श्रावण शुक्ल पक्ष पूर्णिमा शुक्रवार को संपन्न हो रही है. इससे शुक्रवार को ही RAKSHABANDHAN 2022 मनाया जा रहा है. रक्षाबंधन त्योहार पर भाई को राखी बांधने से पहले देवताओं को राखी बांधने की परंपरा है. इससे आज बाबा वैद्यनाथ का दर्शन-पूजन करने और राखी बांधने के लिए बाबा धाम मंदिर में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा.

ये भी पढ़ें-साली का राखी से क्या लेना-देना, जानिए कैसी है यहां की अनोखी परंपरा ?

पूर्णिमा पर बाबा धाम भक्तिमय नजर आया. हर गली, सड़क, चौक चौराहा हर-हर बम बम के उद्घोष से गूंजता रहा. लंबी-लंबी लाइन में लगकर भक्त बाबा के दरबार में हाजिरी लगाने पहुंचे. यहां बाबा की मनुहार की और राखी चढ़ाई. इधर, रक्षाबंधन पर बाबा धाम मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद में प्रशासन पहले से ही मुस्तैद था. मंदिर और आसपास के इलाके में पुलिस का पहरा लगा हुआ था.

देखें पूरी खबर

श्रद्धालुओं से नम्र व्यवहार की थी ताकीदः सावन 2022 की पूर्णिमा पर भक्तों के दर्शन-पूजन को लेकर पुलिसकर्मियों पहले ही ताकीद की गई थी कि वे भक्तों से नम्रता से पेश आएं. बहरहाल, बाबा वैद्यनाथ की नगरी में बाबा भोलेनाथ को जल अर्पण के बाद ही त्योहार मनाने और कोई काम करने की परंपरा को भी निभाया गया.

पहली पूजा प्रशासन ने कीः रक्षाबंधन पर सर्वप्रथम बाबा भोलेनाथ की प्रशासन की ओर से पूजा कराई गई. इसके बाद मुख्य पुजारी ने बाबा भोलेनाथ पर रक्षा सूत्र चढ़ाया. इसके बाद स्थानीय पुरोहितों ने अपने घरों में रक्षाबंधन मनाया. साथ ही यजमानों को रक्षा सूत्र बांधा. पुरोहित लंबोदर महराज ने बताया कि बाबा नगरी में रहने वाले सभी लोग सर्वप्रथम बाबा वैद्यनाथ का दर्शन कर बाबा को रक्षा सूत्र अर्पित करते हैं. इसके बाद ही रक्षाबंधन मनाते हैं.

देवघरः श्रावण शुक्ल पक्ष पूर्णिमा शुक्रवार को संपन्न हो रही है. इससे शुक्रवार को ही RAKSHABANDHAN 2022 मनाया जा रहा है. रक्षाबंधन त्योहार पर भाई को राखी बांधने से पहले देवताओं को राखी बांधने की परंपरा है. इससे आज बाबा वैद्यनाथ का दर्शन-पूजन करने और राखी बांधने के लिए बाबा धाम मंदिर में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा.

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पूर्णिमा पर बाबा धाम भक्तिमय नजर आया. हर गली, सड़क, चौक चौराहा हर-हर बम बम के उद्घोष से गूंजता रहा. लंबी-लंबी लाइन में लगकर भक्त बाबा के दरबार में हाजिरी लगाने पहुंचे. यहां बाबा की मनुहार की और राखी चढ़ाई. इधर, रक्षाबंधन पर बाबा धाम मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद में प्रशासन पहले से ही मुस्तैद था. मंदिर और आसपास के इलाके में पुलिस का पहरा लगा हुआ था.

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श्रद्धालुओं से नम्र व्यवहार की थी ताकीदः सावन 2022 की पूर्णिमा पर भक्तों के दर्शन-पूजन को लेकर पुलिसकर्मियों पहले ही ताकीद की गई थी कि वे भक्तों से नम्रता से पेश आएं. बहरहाल, बाबा वैद्यनाथ की नगरी में बाबा भोलेनाथ को जल अर्पण के बाद ही त्योहार मनाने और कोई काम करने की परंपरा को भी निभाया गया.

पहली पूजा प्रशासन ने कीः रक्षाबंधन पर सर्वप्रथम बाबा भोलेनाथ की प्रशासन की ओर से पूजा कराई गई. इसके बाद मुख्य पुजारी ने बाबा भोलेनाथ पर रक्षा सूत्र चढ़ाया. इसके बाद स्थानीय पुरोहितों ने अपने घरों में रक्षाबंधन मनाया. साथ ही यजमानों को रक्षा सूत्र बांधा. पुरोहित लंबोदर महराज ने बताया कि बाबा नगरी में रहने वाले सभी लोग सर्वप्रथम बाबा वैद्यनाथ का दर्शन कर बाबा को रक्षा सूत्र अर्पित करते हैं. इसके बाद ही रक्षाबंधन मनाते हैं.

Last Updated : Aug 12, 2022, 1:45 PM IST
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