देवघर: जिले में इस बार बारिश ठीक समय पर शुरू होने से किसानों में खुशी है, लेकिन अभी तक सरकारी स्तर से अनुदानित बीज उपलब्ध नहीं होने से किसानों को काफी परेशानी हो रही है. बीज बोने का समय शुरू हो जाने के कारण किसान खुले बाजार से मनमाने दर पर अप्रमाणित धान का बीज खरीदने को मजबूर हैं.
52 हजार हेक्टेयर भूमि पर धान की खेती का लक्ष्य
किसानों को समय पर अनुदानित बीज उपलब्ध कराने का सरकारी दावा इस बार भी हवा-हवाई साबित हो रहा है. धान का बीज बोने का समय निकलता देख किसान खुले बाजार से अप्रमाणित बीज खरीदने पर मजबूर है. बाजार में किसानों से मनमानी कीमत वसूली जा रही है, लेकिन खेती का समय निकलता देख किसानों के पास दूसरा कोई विकल्प नहीं है. देवघर में इस बार करीब 52 हजार हेक्टेयर भूमि पर धान की खेती का लक्ष्य रखा गया है. किसानों को समय पर अनुदानित दर पर धान का बीज उपलब्ध हो सके, इसके लिए 9 हजार क्विंटल धान का बीज मंगाने का लक्ष्य रखा गया है, लेकिन देवघर में किसानों को 50% अनुदान पर मिलने वाला धान का बीज मात्र 1700 क्विंटल ही उपलब्ध हो पाया है.
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बाजार में मनमानी कीमत पर मिल रहा धान का बीज
जिले के दो अधिकृत पैक्सों में यह बीज उपलब्ध होने का दावा भी किया जा रहा है, लेकिन इससे कितने किसानों को यह बीज उपलब्ध हो पाएगा. इसका अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है. बीज बोने का समय निकलता देख मजबूरी में अधिकांश किसान बाजार से मनमानी कीमत पर धान का बीज खरीदकर धान का बिचड़ा लगा रहे हैं. हालांकि, विभाग अभी भी सभी किसानों को समय पर धान का बीज उपलब्ध कराने का आश्वासन दे रहा है.