देवघरः जिले में बारिश के साथ ही किसानों की मुस्कान लौट आयी है. इसको लेकर वो धान की खेती में जुट गये हैं. जैसे ग्राहक के बाद सवेरा होता है वैसे ही सुखार के बाद बारिश अमृत बनकर आया है और गिरे बारिश के पानी से खेत लबालब भर गए हैं. खेतों में पानी देख किसानों के चेहरे खिले उठे हैं. धान की रोपाई का कार्य भारी बारिश के साथ तेज हो गई है.
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जिले के कई गांवों में धान की रोपाई का कार्य पहली ही बारिश में हो गया था. लेकिन अधिकांश किसान धान की रोपाई नहीं कर सके थे. लेकिन तेज बारिश शुरू के बाद रुक-रुककर हुई बारिश से कई गांवों के किसानों धान की रोपनी तेज कर दी है. कुछ इलाकों में झमाझम बारिश भी हुई. गर्मी से जूझ रहे लोगों के लिए यह बारिश सौगात से कम नहीं है. इसके चलते तापमान में काफी कमी आई और लोगों को गर्मी से भी राहत मिली है. बादल छाए रहने से सुबह का मौसम भी देर तक सुहाना रहने लगा है.
पिछले साल सूखा पड़ने के कारण लोगों को जीवन यापन करने के लिए बहुत तकलीफों का सामना करना पड़ा था. किसान जयदेव सिंह कहते हैं इस बार की झमाझम बारिश से किसानों के चेहरे खिल उठे हैं और लोग खेती करने में लग गए हैं. किसान महावीर मिर्धा कहते हैं कि इस बार का बारिश उनके लिए अमृत बनकर बरसा है क्योंकि सुखाड़ के कारण खाने-पीने दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था.
शंभू सिंह कहते हैं कि उनका परिवार खेतीबाड़ी पर ही निर्भर करता है लेकिन विगत वर्ष बारिश नहीं होने के कारण धान की खेती नहीं कर पाए थे. जिस कारण बहुत तकलीफ का सामना करना पड़ा था. झारखंड और मवेशियों के लिए चारा भी जुगाड़ नहीं कर पा रहा था. लेकिन इस बार की बारिश से परिवार में खुशी का वातावरण बन गया है. वो भगवान से प्रार्थना करते हैं आगे भी बारिश हो जिससे इस बार की खेती अच्छे से हो सके. धान रोपनी कर रहीं प्रमिला देवी का कहना है भगवान की कृपा से बारिश हुई है और खेती कर पा रहे हैं. कुल मिलाकर कह सकते हैं इस बार बारिश के साथ किसानों के चेहरे पर खुशी लौट आई है और जोरदार तरीके से इस बारिश में धान की बुआई में किसान जुय गये हैं.