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देवघर: कोरोना काल में श्रावणी मेले पर लग सकता है ग्रहण, संताल की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है यह मेला

कोरोना महामारी के कारण देश का सभी मंदिर बंद है. इससे अर्थव्यवस्था पर भी प्रभाव पड़ रहा है. सावन का महीना आने वाला है. हर साल देवघर में इस अवसर पर मेले का आयोजन होता है, लेकिन इस साल इस मेले के आयोजन पर ग्रहण लगने के आसार हैं. मंदिर बंद रहने के कारण भक्त नहीं पहुंच रहे हैं, जिससे व्यापारियों और सरकार को भी भारी नुकसान हो रहा है. यह मेला पूरे संताल के अर्थव्यवस्था की रीढ़ मानी जाती है.

Eclipse may be held at Shrawani Mela in Corona period in deoghar
श्रावणी पर कोरोना का असर
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Published : May 29, 2020, 10:20 AM IST

देवघर: इस साल श्रावण मास 6 जुलाई से शुरू हो रहा है, लेकिन इस बार कोरोना महामारी के कारण श्रावणी मेले का आयोजन को लेकर अभीतक संसय की स्थिति बनी हुई है. इसे लेकर MHA के गाइडलाइन का इंतजार किया जा रहा है.

देखें पूरी खबर
सावन के महीना में देवघर में श्रावणी मेला का आयोजन होता है, जिसमें देश विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु कांवर लेकर पहुंचते हैं, लेकिन इस बार कोरोना महामारी के कारण पूरे देश में धार्मिक स्थलों को बंद रखने के केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्णय के चलते मेले के आयोजन पर प्रश्न चिन्ह लग गया है. श्रावणी मेले में हर साल करोंड़ों रुपये का कारोबार होता है. इस मेले को पूरे संताल परगना की अर्थव्यवस्था की रीढ़ माना जाता है. लॉकडाउन की शुरुआत से ही मंदिर बंद रहने से इस क्षेत्र की पूरी आर्थिक और व्यापारिक गतिविधियों थम गई है. यही वजह है कि स्थानीय व्यपारी लगातार सरकार से मेले का आयोजन की मांग कर रहे हैं, लेकिन तीर्थपुरोहित कोरोना पर नियंत्रित होने के बाद ही मेले के आयोजन के पक्ष में है.इसे भी पढे़ं:- देवघर: लॉकडाउन के कारण बाधित हुआ हवाई अड्डा निर्माण कार्य, दिसंबर तक उड़ान भरने की संभावनादेवघर में श्रावणी मेला के आयोजन का निर्णय श्राइन बोर्ड लेता है, जिसके अध्यक्ष मुख्यमंत्री होते हैं. देवघर जिला प्रशाशन ने संताल परगना आयुक्त के माध्यम से मेला के आयोजन को लेकर एक प्रस्ताव सरकार के पास भेजा गया है, हालांकि श्राइन बोर्ड भी मेले के आयोजन को लेकर भारत सरकार और गृह मंत्रालय के निर्देश का इंतजार कर रहा है.

देवघर: इस साल श्रावण मास 6 जुलाई से शुरू हो रहा है, लेकिन इस बार कोरोना महामारी के कारण श्रावणी मेले का आयोजन को लेकर अभीतक संसय की स्थिति बनी हुई है. इसे लेकर MHA के गाइडलाइन का इंतजार किया जा रहा है.

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सावन के महीना में देवघर में श्रावणी मेला का आयोजन होता है, जिसमें देश विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु कांवर लेकर पहुंचते हैं, लेकिन इस बार कोरोना महामारी के कारण पूरे देश में धार्मिक स्थलों को बंद रखने के केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्णय के चलते मेले के आयोजन पर प्रश्न चिन्ह लग गया है. श्रावणी मेले में हर साल करोंड़ों रुपये का कारोबार होता है. इस मेले को पूरे संताल परगना की अर्थव्यवस्था की रीढ़ माना जाता है. लॉकडाउन की शुरुआत से ही मंदिर बंद रहने से इस क्षेत्र की पूरी आर्थिक और व्यापारिक गतिविधियों थम गई है. यही वजह है कि स्थानीय व्यपारी लगातार सरकार से मेले का आयोजन की मांग कर रहे हैं, लेकिन तीर्थपुरोहित कोरोना पर नियंत्रित होने के बाद ही मेले के आयोजन के पक्ष में है.इसे भी पढे़ं:- देवघर: लॉकडाउन के कारण बाधित हुआ हवाई अड्डा निर्माण कार्य, दिसंबर तक उड़ान भरने की संभावनादेवघर में श्रावणी मेला के आयोजन का निर्णय श्राइन बोर्ड लेता है, जिसके अध्यक्ष मुख्यमंत्री होते हैं. देवघर जिला प्रशाशन ने संताल परगना आयुक्त के माध्यम से मेला के आयोजन को लेकर एक प्रस्ताव सरकार के पास भेजा गया है, हालांकि श्राइन बोर्ड भी मेले के आयोजन को लेकर भारत सरकार और गृह मंत्रालय के निर्देश का इंतजार कर रहा है.

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