देवघरः महाशिवरात्रि को लेकर बाबा बैद्यनाथ धाम में श्रद्धालुओं की भीड़ देखी जा रही है. शनिवार सुबह 4 बजे से ही भक्त मंदिर आकर बाबा भोलेनाथ का जलार्पण कर रहे हैं. साथ ही शाम को निकलने वाली शिव बारात को लेकर रूट निर्धारित किए गए हैं. वहीं सीएम हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर झारखंड वासियों को महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं दी हैं. सीएम ने भगवान शिव की पूजा अर्चना कर राज्य की खुशहाली और समृद्धि के लिए प्रार्थना की है.
बाबा बैद्यनाथ धाम के में श्रद्धालुओं की भीड़ देर रात से ही नजर आई. शनिवार सुबह जैसे ही मंदिर का पट खुला, लोग मंदिर की ओर दौड़ पड़े. महाशिवरात्रि के समय में बाबा मंदिर में चारों प्रहर बाबा की पूजा होती है. दिन भर की पूजा अर्चना और जलार्पण होगा, फिर देर शाम शिव बारात निकाली जाएगी. बाबा मंदिर में भगवान शिव और माता पार्वती का शुभ विवाह संपन्न होगा. इससे पहले मान्यताओं के अनुसार बाबा मंदिर में भोलेनाथ के गुंबद पर पंचशूल, पगड़ी व ध्वजा चढ़ाई गयी.
पुराने रूट से निकलेगी शिव बारातः शुक्रवार देर शाम देवघर उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने प्रेस को संबोधित करते हुए जानकारी दी थी कि शिव बारात पुराने रूट से ही निकलेगी. वहीं एसपी सुभाष चंद्र जाट ने बताया था कि 2800 पुलिसकर्मियों को सुरक्षा के लिए लगाया गया है. रूट लाइन से लेकर मंदिर में मजिस्ट्रेट और पुलिस अधिकारी तैनात रहेंगे, इसमें पुलिस अधिकारियों की संख्या 400 है.
भोलेनाथ बनेंगे दूल्हा, निकलेगी भव्य बारातः इस बार शिव बारात में जी20 और पंचनी चुड़ैल आकर्षण का केंद्र होगा. बाबा भोलेनाथ के इस बारात में देवी, देवता, भूत-प्रेत, पिशाच, गंधर्व, किन्नर, दानव, दैत्य सहित श्रद्धालु बाबा के बारात में शामिल रहेंगे. इस साल महाशिवरात्रि के अवसर पर महाशिवरात्रि समिति के द्वारा सांसद निशिकांत दुबे के निर्देशन और अध्यक्ष अभिषेक झा के नेतृत्व में भव्य बारात निकालने की तैयारी है.
आकर्षक विद्युत सज्जाः इसको लेकर पूरे बाबा नगरी के एक एक गली मोहल्लों में आकर्षक विद्युत सज्जा की गयी है. शिव बारात को लेकर शहर वासियों से अपील किया गया है कि इस बारात में सभी लोग सहयोग करें, यह पूरे देवघर वासियों का कार्यक्रम है. वहीं झांकी को लेकर प्रभारी अभयानंन्द झा ने कहा कि झांकी में इस बार का मुख्य आकर्षक होगा मानव दैत्य और पंचनी चुड़ैल जो लोगों को मानव जीवन के लिए एक संदेश देगा. साथ ही मुख्य रूप से जी 20 को लेकर भी आकर्षक व्यवस्था रहेगी, चूंकि भारत अपना देश अब विश्व गुरु बनने की ओर तेजी से बढ़ रहा है.
विधि व्यवस्था चौकसः जिला प्रशासन भी विधि व्यवस्था को लेकर लगातार संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किए गए हैं. उपायुक्त ने कहा है कि पौराणिक परंपराओं के अनुसार शिव बारात निकलेगी और अपने पुराने रूट से हौकर गुजरेगी. इस आयोजन में शहर वासियों के अलावा बिहार, पश्चिम बंगाल सहित विभिन्न राज्यों से भी लोगों के जुटने की संभावना है. मंदिर में ज्यादा भीड़ की संभावना को देखते हुए वीआईपी पूजा पर पाबंदी रहेगी ताकि आम श्रद्धालुओं को पूजा करने में कोई दिक्कत नहीं हो. महाशिवरात्रि को लेकर देवघर उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री खुद कमान संभाले हुए हैं और मंदिर परिसर पर नजर बनाए हुए हैं.
बाबा बैद्यनाथ धाम में भगवान शिव और सती एक ही जगह विराजमानः महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर श्रद्धालु इस दिन बाबा भोलेनाथ को गंगाजल, बेल पत्र, दूध, चावल समेत अन्य पूजन सामग्री अर्पित करके उनकी पूजा करते हैं. ऐसा माना जाता है कि महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने से भक्तों को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है. बाबा बैद्यनाथ धाम में भगवान शिव और सती एक ही जगह विराजमान हैं. इस कारण महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर बाबा धाम में चारों प्रहर ही पूजा होती है. इसके अलावा इस पूजा में सिंदूर चढ़ाने की भी काफी प्राचीन परंपरा है.