देवघर: मधुपुर अनुमंडल क्षेत्र के गौरा गांव में स्थित बाबा दुबे मंदिर में नाग पंचमी के साथ ही सावन की तीसरी सोमवारी होने के अवसर पर पूजा अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. इस भीड़ का एक ओर कारण है हर वर्ष सावन की तीसरी सोमवारी को होने वाला बाबा दुबे का वार्षिक उत्सव. बताया जाता है कि इस मंदिर में 50 वर्षों से दुबे बाबा का वार्षिक उत्सव मनाया जा रहा है.
क्या कहते हैं पुरोहित
पुरोहितों के अनुसार इस मंदिर में किसी भी विषैले जीव-जंतु के काटने पर इलाज के लिए लोग उसे तुरंत लेकर आते हैं. ऐसी मान्यता है कि इस मंदिर में जो भी मनोकामना मांगी जाए वह पूरी हो जाती है.
क्या कहते हैं श्रद्धालु
श्रद्धालुओं का कहना है कि इस मंदिर में 7 पुश्तों से पूजा होती आ रही है. खासकर सावन महीने में पूजा का अपना विशेष महत्व है. यहां सभी की मनोकामना पूर्ण होती है, इसी कारण यह मंदिर प्रसिद्ध है.