देवघर: 58 वर्षों के बाद 21 जून को यह संयोग लग रहे है. सूर्य ग्रहण की कुल अवधि 4 घंटे 12 मिनट की है. 15 फरवरी 1962 में बुधवार को खंड सूर्यग्रहण लगा था इसी साल चीन ने भारत पर हमला किया था. 2020 में भी सूर्य ग्रहण है और भारत में चीनी वायरस का प्रभाव है.
ज्योतिषाचार्य ने बताया कि सूर्य ग्रहण बच्चों और वृद्ध रोगियों के लिए हानिकारक है. उन्होंने कहा कि इस सूर्यग्रहण में गंगा स्नान करने से दस गुना फल मिलेगा. स्नान, दान, तप, श्राद्ध से अक्षय फल की प्राप्ति होती है. यह ग्रहण विदेशों में भी दृश्य होंगे जैसे दक्षिण अफ्रीका महाद्वीप, अरब देश, हिन्दमहासागर, इंडोनेशिया, जापान, चीन जैसे देशों में दृश्य होंगे. वहीं, देवघर 10:40 मिनट पर, पटना में 10:37 मिनट पर और दिल्ली में 10:20 मिनट पर यह ग्रहण दृश्य होगा.
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जीव- जंतुओं के लिए आपदा के संकेत
वहीं, ज्योतिषाचार्य के अनुसार ग्रहण के बाद दान की भी महत्तवताएं हैं. सुवतिनाग गंगा, कंनरवल पुण्य प्रयाग, पुष्कर कुरुक्षेत्र आदि में स्नान से दस गुना फल मिलेगा. खाद्य पदार्थ चना, गुड़, चावल, चीनी भी दान में दिया जा सकता है. ज्योतिषाचार्य की माने तो इस वक्त देश के प्रतिष्ठित व्यक्ति का निधन, सरकारी प्रतिष्ठानों, कारागार, चिकित्सालय, धर्मसंस्थानों, श्रमिको में अराजकता, भूकंप, हिंसा, अग्निकांड , जीव जंतुओं को आपदा के संकेत भी हैं.
कौन सी राशि के लोग देख सकते हैं ग्रहण और किसे होगा नुकसान
मेष- शुभ
वृष- अशुभ
मिथुन- अशुभ
कर्क- अशुभ
सिंह- शुभ
कन्या- शुभ
तुला- अशुभ
वृश्चक-अशुभ
धनु- अशुभ
मकर- शुभ
कुम्भ- अशुभ
मीन- अशुभ