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बाबा नगरी के 'नटवर लाल' अधिवक्ता से सावधान, अपने मुवक्किल को ही बना डाला जालसाजी का शिकार

देवघर में एक जालसाज अधिवक्ता ने मुआवजे की रकम दिलाने के नाम पर शख्स से ठगी कर ली. मामले का पर्दाफास होने पर पीड़ित ने इसकी शिकायत पुलिस से की. अब पुलिस ने मामले की पड़ताल और उस जालसाज वकील की तलाश शुरू कर दी है.

थाने में पीड़ित
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Published : Jun 22, 2019, 11:00 PM IST

देवघर: ठगी, धोखाधड़ी और जालसाजी के किस्से तो आपने बहुत सुने होंगे. लेकिन हम आपको जालसाजी के उस किरदार से मिलवा रहे हैं जिसके बारे में जानकर आप भी चौंक जाएंगे. क्योंकि वो शख्स अक्सर काला कोर्ट पहनकर मजलूमों के लिए इंसाफ की लड़ाई लड़ते दिखता है. इसने पीड़ित को मुआवजे की रकम दिलाने का भरोसा देकर 13 लाख 94 हजार रुपये हड़प लिए. तय सीमा से भी ज्यादा की सरकारी राशि निकालकर रफूचक्कर हो गया.

पुलिस और पीड़ित का बयान

ये भी पढ़ें- CM ने की एसटी मोर्चा के साथ बैठक, कहा- ऐसे करें मिशन-65 की तैयारी

दरअसल, मोहनपुर इलाके के रहने वाले पीड़ित को रेलवे में गई जमीन का मुआवजा मिलना था. लिहाजा पीड़ित ने इस काम के लिए एक वकील से संपर्क साधा, लेकिन उस जालसाज वकील ने ठगी का ऐसा जाल बिछाया कि पीड़ित को पता तक नहीं चला और वह कंगाल के साथ ही सरकारी पैसे की अवैध निकासी का मुजरिम भी बन गया. पीड़ित को जब वकील की करतूत का पता चला तब वह कचहरी पहुंचा. पूछताछ करने पर मालूम चला कि वह पिछले कई दिनों से लापता है.

इधर, पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की पड़ताल और उस जालसाज वकील की तलाश शुरू कर दी है. लेकिन उस शातिर और जालसाज काले कोर्ट वाले की काली करतूत ने एक बार फिर कानून के पैरोकारों पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं.

देवघर: ठगी, धोखाधड़ी और जालसाजी के किस्से तो आपने बहुत सुने होंगे. लेकिन हम आपको जालसाजी के उस किरदार से मिलवा रहे हैं जिसके बारे में जानकर आप भी चौंक जाएंगे. क्योंकि वो शख्स अक्सर काला कोर्ट पहनकर मजलूमों के लिए इंसाफ की लड़ाई लड़ते दिखता है. इसने पीड़ित को मुआवजे की रकम दिलाने का भरोसा देकर 13 लाख 94 हजार रुपये हड़प लिए. तय सीमा से भी ज्यादा की सरकारी राशि निकालकर रफूचक्कर हो गया.

पुलिस और पीड़ित का बयान

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दरअसल, मोहनपुर इलाके के रहने वाले पीड़ित को रेलवे में गई जमीन का मुआवजा मिलना था. लिहाजा पीड़ित ने इस काम के लिए एक वकील से संपर्क साधा, लेकिन उस जालसाज वकील ने ठगी का ऐसा जाल बिछाया कि पीड़ित को पता तक नहीं चला और वह कंगाल के साथ ही सरकारी पैसे की अवैध निकासी का मुजरिम भी बन गया. पीड़ित को जब वकील की करतूत का पता चला तब वह कचहरी पहुंचा. पूछताछ करने पर मालूम चला कि वह पिछले कई दिनों से लापता है.

इधर, पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की पड़ताल और उस जालसाज वकील की तलाश शुरू कर दी है. लेकिन उस शातिर और जालसाज काले कोर्ट वाले की काली करतूत ने एक बार फिर कानून के पैरोकारों पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं.

Intro:देवघर के "नटवर लाल" अधिवक्ता से सावधान, अपने मुवक्किल को ही बना डाला जालसाज़ी का शिकार।


Body:एंकर देवघर ठगी, धोखाधड़ी और जालसाजी के किस्से तो आपने बहुत सुने होंगे लेकिन, आज हम आपको जालसाज़ी के उस किरदार से तार्रुफ़ करवा रहे हैं जिसके बारे में जानकर आपके पैरों तले ज़मीन खिसक जाएगी क्योंकि, वो कोई और नहीं बल्कि, वो शख्स है जो अक्सर काला कोर्ट पहनकर मज़लूमो और बेगुनाहों के लिए इंसाफ की लड़ाई लड़ते दिखते है। जी हां, इस पूरी कहानी का असल किरदार पेशे से वकील है जिसने पीड़ित को मुआबजे की रकम दिलाने का भरोसा देकर न सिर्फ उसकी पूरी रकम यानी 13 लाख 94 हज़ार रुपये हड़प लिए बल्कि, तय सीमा से भी ज्यादे की सरकारी राशि निकाल कर रफ़ूचक्कर हो गया। दरअसल, मोहनपुर इलाके के रहने वाले पीड़ित को रेल में गयी ज़मीन का मुआबजा मिलना था लिहाज़ा, पीड़ित ने इस काम के लिए एक वकील से सम्पर्क साधा लेकिन, उस जालसाज वकील ने ठगी का ऐसा जाल बिछाया कि, पीड़ित को पता तक नही चला और वह कंगाल के साथ ही सरकारी पैसे की अवैध निकासी का मुल्ज़िम बन गया। पीड़ित को जब वकील की करतूत का पता चला तब वह कचहरी की उस जगह पर पहुंचा जहां वह अपनी दुकान सजाया करता था लेकिन, पूछताछ से मालूम चला कि, वह पिछले कई रोज से लापता है।


Conclusion:बहरहाल, पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की पड़ताल और उस जालसाज वकील की तलाश शुरू कर दी है लेकिन, उस शातिर और जालसाज़ काले कोर्ट वाले की काली करतूत ने एक बार फिर कानून के पैरोकारों पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं।

बाइट मदन ठाकुर,नगर इंस्पेक्टर।
बाइट रावण टुडू पीड़ित।
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