ETV Bharat / state

मजदूर परिवार ने जुगाड़ तकनीक से बनाया ठेला गाड़ी, झांसी से 1200 किलोमीटर का सफर कर पहुंचा देवघर - झांसी से देवघर पहुंचा एक प्रवासी मजदूर परिवार

पाकुड़ का एक मजदूर परिवार दो महीने से यूपी के झांसी में फंसा हुआ था. उसने झारखंड आने के लिए अधिकारियों से कई बार मिन्नतें की, लेकिन अधिकारियों ने कोई पहल नहीं की, जिसके बाद इस परिवार ने जुगाड़ से ही बाइक को तिनपहिया ठेला बना दिया और रवाना हो गए. काफी परेशानी के बाद सभी लोग देवघर पहुंचे.

A workers family reached Deoghar from Jhansi in a jugaad gadi
जुगाड़ तकनीक से पहुंचा देवघर
author img

By

Published : May 29, 2020, 8:01 PM IST

Updated : May 29, 2020, 8:11 PM IST

देवघर: मजदूरों और कामगारों की घर वापसी के लिए विशेष ट्रेन और बस की व्यवस्था को लेकर लगातार राजनीति हो रही है. प्रवासी मजदूरों को घरों तक पहुंचाने के सरकारी दावे भी किए जाते रहे हैं. देश की सबसे बड़ी अदालत ने भी सरकार को मजदूरों को सकुशल घर पहुंचाने का आदेश जारी कर दिए है, लेकिन आज भी प्रवासी मजदूर विवश होकर जुगाड़ के सहारे सपरिवार अपने घरों की ओर कूच करने को मजबूर हैं. देवघर में भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला है.

देखें पूरी खबर

एक मजदूर परिवार झांसी में दो महीने से लॉकडाउन में फंसा हुआ था. उन्हें झारखंड का पाकुड़ जिला जाना था. उसने ट्रेन से यात्रा के लिए अधिकारियों से कई बार आरजू मिन्नत किया, लेकिन किसी ने नहीं सुनी, जिसके बाद मजदूर परिवार ने एक बाइक को ही जुगाड़ तकनीक से तिनपहिया ठेला गाड़ी बना दिया उसके बाद सपरिवार सवार होकर अपने घर की ओर चल दिया और देवघर पहुंच गया.

इसे भी पढे़ं:- देवघर: जिला प्रशासन ने शुरू की प्रवासी मजदूरों को रोजगार से जोड़ने की तैयारी, बन रहा है डेटा बेस

इस परिवार को झांसी से देवघर पहुंचने के दौरान रास्ते में खाने पीने सहित कई परेशानियां हुई, जिसे झेलते हुए यह परिवार 1200 किलोमीटर की यात्रा कर देवघर पहुंचा. अभी इस परिवार को लगभाग 150 किलोमीटर की यात्रा और तय करनी है, जिसके बाद वो पाकुड़ पहुंचेगा.

देवघर: मजदूरों और कामगारों की घर वापसी के लिए विशेष ट्रेन और बस की व्यवस्था को लेकर लगातार राजनीति हो रही है. प्रवासी मजदूरों को घरों तक पहुंचाने के सरकारी दावे भी किए जाते रहे हैं. देश की सबसे बड़ी अदालत ने भी सरकार को मजदूरों को सकुशल घर पहुंचाने का आदेश जारी कर दिए है, लेकिन आज भी प्रवासी मजदूर विवश होकर जुगाड़ के सहारे सपरिवार अपने घरों की ओर कूच करने को मजबूर हैं. देवघर में भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला है.

देखें पूरी खबर

एक मजदूर परिवार झांसी में दो महीने से लॉकडाउन में फंसा हुआ था. उन्हें झारखंड का पाकुड़ जिला जाना था. उसने ट्रेन से यात्रा के लिए अधिकारियों से कई बार आरजू मिन्नत किया, लेकिन किसी ने नहीं सुनी, जिसके बाद मजदूर परिवार ने एक बाइक को ही जुगाड़ तकनीक से तिनपहिया ठेला गाड़ी बना दिया उसके बाद सपरिवार सवार होकर अपने घर की ओर चल दिया और देवघर पहुंच गया.

इसे भी पढे़ं:- देवघर: जिला प्रशासन ने शुरू की प्रवासी मजदूरों को रोजगार से जोड़ने की तैयारी, बन रहा है डेटा बेस

इस परिवार को झांसी से देवघर पहुंचने के दौरान रास्ते में खाने पीने सहित कई परेशानियां हुई, जिसे झेलते हुए यह परिवार 1200 किलोमीटर की यात्रा कर देवघर पहुंचा. अभी इस परिवार को लगभाग 150 किलोमीटर की यात्रा और तय करनी है, जिसके बाद वो पाकुड़ पहुंचेगा.

Last Updated : May 29, 2020, 8:11 PM IST

For All Latest Updates

TAGGED:

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.