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चतरा में फाइनेंस कंपनी के खिलाफ वाहन मालिकों में आक्रोश, आम्रपाली कोल परियोजना का कोयला ढुलाई ठप - ट्रक मालिकों को बकाया भाड़े का भुगतान

चतरा में ट्रांसपोर्ट कंपनियों के ओर से बकाया भाड़ा नहीं देने पर वाहन मालिक जुगेश्वर कुमार साव ने आत्महत्या कर ली थी, जिसके बाद से परिजनों और स्थानीय में आक्रोश है. आंदोलित वाहन मालिकों ने सीसीएल क्षेत्र आम्रपाली कोल परियोजना में कोयला ढुलाई का काम रोककर चक्का जाम कर दिया है.

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वाहन मालिकों में आक्रोश
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Published : Nov 25, 2020, 2:11 PM IST

चतरा: जिला के कोयलांचल टंडवा प्रखंड के बिंगलात में ट्रांसपोर्ट कंपनियां ट्रक मालिकों को बकाया भाड़ा का भुगतान नहीं कर रही है, जिससे त्रस्त वाहन मालिक जुगेश्वर कुमार साव ने आत्महत्या कर ली थी. इस मामले को लेकर ट्रक, हाइवा एशोसिएशन और ग्रामीणों ने आंदोलन शुरू कर दिया है. आंदोलित वाहन मालिकों ने सीसीएल क्षेत्र आम्रपाली कोल परियोजना में कोयला ढुलाई का काम रोककर चक्का जाम कर दिया है.

देखें पूरी खबर
मृतक के भाई मनोज साव ने आरोप लगाया है कि हिंडाल्को, आधुनिक और झाबुआ का काम करनेवाली ट्रांसपोर्टर कंपनी तुली माइनिंग, डेटन माइनिंग, वेदांता, प्रणव नमन समेत अन्य कंपनियों के पास लाखों रुपये बकाया हो गए थे, जिसके कारण फाइनेंस कंपनी का किस्त जमा नहीं हो पा रहा था. उन्होंने बताया कि अपना किश्त वसूलने के लिए फाइनेंस कंपनी लगातार दबाव बना रही थी, उसके बावजूद भाड़ा नहीं मिलने से परेशान जुगेश्वर ने किस्त नहीं दे पाया, ऐसे में फाइनेंसर ने उसकी गाड़ी सीज कर ली, इसी तनाव में उसने आत्महत्या कर ली.

इसे भी पढे़ं:-TSPC नक्सलियों के विरुद्ध बड़ी कार्रवाई, पुलिस से लूटी गई राइफल के साथ भारी मात्रा में कारतूस जब्त

जुगेश्वर कुमार साव के परिजनों ने बताया कि अगर ट्रांसपोर्टिंग कंपनियां कोयला ढुलाई के एवज में समय पर भाड़ा का भुगतान कर देती तो आज जुगेश्वर जिंदा होता. परिजनों ने स्थानीय थाना में ट्रांसपोर्टिंग कंपनियों के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई है. वहीं दूसरी ओर सिमरिया एसडीओ ने कहा है कि मामले की जांच की जा रही है, अगर ट्रांसपोर्टिंग कंपनियां पूरे मामले में दोषी पाई जाती है तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी.

चतरा: जिला के कोयलांचल टंडवा प्रखंड के बिंगलात में ट्रांसपोर्ट कंपनियां ट्रक मालिकों को बकाया भाड़ा का भुगतान नहीं कर रही है, जिससे त्रस्त वाहन मालिक जुगेश्वर कुमार साव ने आत्महत्या कर ली थी. इस मामले को लेकर ट्रक, हाइवा एशोसिएशन और ग्रामीणों ने आंदोलन शुरू कर दिया है. आंदोलित वाहन मालिकों ने सीसीएल क्षेत्र आम्रपाली कोल परियोजना में कोयला ढुलाई का काम रोककर चक्का जाम कर दिया है.

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मृतक के भाई मनोज साव ने आरोप लगाया है कि हिंडाल्को, आधुनिक और झाबुआ का काम करनेवाली ट्रांसपोर्टर कंपनी तुली माइनिंग, डेटन माइनिंग, वेदांता, प्रणव नमन समेत अन्य कंपनियों के पास लाखों रुपये बकाया हो गए थे, जिसके कारण फाइनेंस कंपनी का किस्त जमा नहीं हो पा रहा था. उन्होंने बताया कि अपना किश्त वसूलने के लिए फाइनेंस कंपनी लगातार दबाव बना रही थी, उसके बावजूद भाड़ा नहीं मिलने से परेशान जुगेश्वर ने किस्त नहीं दे पाया, ऐसे में फाइनेंसर ने उसकी गाड़ी सीज कर ली, इसी तनाव में उसने आत्महत्या कर ली.

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जुगेश्वर कुमार साव के परिजनों ने बताया कि अगर ट्रांसपोर्टिंग कंपनियां कोयला ढुलाई के एवज में समय पर भाड़ा का भुगतान कर देती तो आज जुगेश्वर जिंदा होता. परिजनों ने स्थानीय थाना में ट्रांसपोर्टिंग कंपनियों के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई है. वहीं दूसरी ओर सिमरिया एसडीओ ने कहा है कि मामले की जांच की जा रही है, अगर ट्रांसपोर्टिंग कंपनियां पूरे मामले में दोषी पाई जाती है तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी.

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