ETV Bharat / state

चतरा के छह पंचायतों की बदलेगी किस्मत, विकास पर खर्च होंगे 1 अरब 2 करोड़

श्यामा प्रसाद मुखर्जी रुर्बन मिशन के तहत चतरा के छह पंचायतों में विकास कार्य में 1 अरब 2 करोड़ खर्च किए जाएंगे. मिशन के तीसरे चरण के तहत चयनित टंडवा कोयलांचल क्षेत्र के सराढू क्लस्टर के अंतर्गत आने वाले छह पंचायतों के 28 गांवो में शहरी सुख-सुविधाओं के साथ-साथ सभी को रोजगार के साधन मिलेंगे.

six Panchayats of Chatra under the Ruburn Mission
रोड़
author img

By

Published : Feb 21, 2020, 10:59 PM IST

चतरा: ग्रामीण क्षेत्र में शहरी क्षेत्र जैसी सुविधा उपलब्ध कराने के लिए चतरा जिले के टंडवा प्रखंडवासियों को झारखंड सरकार और चतरा जिला प्रशासन ने बड़ी सौगात दी है. श्यामा प्रसाद मुखर्जी रुर्बन मिशन के तीसरे चरण के तहत चयनित टंडवा कोयलांचल क्षेत्र के सराढू क्लस्टर के अंतर्गत आने वाले छह पंचायतों के 28 गांवो में शहरी सुख-सुविधाओं के साथ-साथ सभी को रोजगार के साधन मिलेंगे.

देखें पूरी खबर

जिला प्रशासन ने इन गांवों को विकसित और सुदृढ करने के लिए कुल 31 प्रस्ताव राज्य सरकार के पास भेजा था, जिसमें से 11 प्रस्तावों पर सरकार ने अपनी स्वीकृती प्रदान कर दी है. इन गांवों में 1 अरब 2 करोड़ रुपए खर्च करने की योजना है. जिसमें से अब तक 19.3 करोड़ रुपए खर्च किए जा चुके हैं. इस कार्य के नोडल पदाधिकारी उप-विकास आयुक्त मुरली मनोहर प्रसाद हैं, उक्त जानकारी उपायुक्त जितेंद्र कुमार सिंह ने दी.

six Panchayats of Chatra under the Ruburn Mission
पूराना घर

ये भी देखें- बासुकीनाथ में शिव विवाह की तैयारी पूरी, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

इसका शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राजनंद गांव छत्तीसगढ़ से किया था. उपायुक्त ने रुर्बन मिशन के उद्देश्य का जिक्र करते हुए कहा कि प्रथम चरण में 300 ऐसे गांवों का क्लस्टर स्थापित करना है, जिसमें शहरी सुविधाओं का समावेश ग्रामीण जन-जीवन के मूल स्वरूप को बनाए रखते हुए रुबर्न क्लस्टर के रूप में विकसित करना है. ज्ञात हो कि झारखंड प्रदेश में फेज तीन में कुल 15 क्लस्टर का चयन किया गया है, जिसमें से एक टंडवा प्रखंड का सराढू क्लस्टर भी शामिल है. जिसके तहत इस क्लस्टर में टंडवा, साराढू, गाड़ीलौंग, कबरा-कोयद और कसियाडीह पंचायत आते हैं, भारत सरकार ने जिला प्रशासन के समेकित क्लस्टर कार्य योजनाओं को अनुमोदन प्राप्त हो चुका है.

six Panchayats of Chatra under the Ruburn Mission
जर्जर सड़क

ये भी देखें- ढुल्लू महतो की पत्नी ने कहा- सत्ता पक्ष कर रहा बदले की भावना से काम

क्या कहते हैं स्थानीय ग्रामीण
स्थानीय ग्रामीणों ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि हमारे गांव में अब शहरी क्षेत्र जैसी सुविधा उपलब्ध कराया जाएगा, लेकिन इसे धरातल पर जल्द उतारने की आवश्यकता है. क्योंकि हमारे गांव में सड़क, पानी, बिजली, स्वस्थ और शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाओं से अब तक वंचित है.

रुर्बन मिशन के तहत कलस्टर की उपलब्धियां
रुर्बन मिशन के तहत कलस्टर की उपलब्धियां यह है कि चार सौ शौचालय का निर्माण होगा. कलस्टर के 2512 घरों में एलपीजी गैस का वितरण होगा. कृषि और पशुपालन क्षेत्र में लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए समेतकित कृषि प्रबंधन पर किसानों को प्रशिक्षण दिया जाना है. डेढ़ सौ लोगों को मुर्गी, बकरी, मछली पालन का प्रशिक्षण.

महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए पहले चरण में 50 महिलाओं को सिलाई का प्रशिक्षण, आवागमन के लिए 15 पीसीसी पथ का निर्माण, जलापूर्ति के लिए 10 चापाकल, टंडवा प्रखंड में पाइप वाटर सप्लाई करना. सराढू क्लस्टर के सभी विद्यालयों में बिजली उपलब्ध कराना. इसके अलावा रूबन हाट, कम्युनिटी हॉल, आरओ यूनिट, कोल्ड स्टोरेज, मशरूम यूनिट, सखी मंडल के लिए सैनिक की रिंग यूनिट स्थापित किया जाएगा.

चतरा: ग्रामीण क्षेत्र में शहरी क्षेत्र जैसी सुविधा उपलब्ध कराने के लिए चतरा जिले के टंडवा प्रखंडवासियों को झारखंड सरकार और चतरा जिला प्रशासन ने बड़ी सौगात दी है. श्यामा प्रसाद मुखर्जी रुर्बन मिशन के तीसरे चरण के तहत चयनित टंडवा कोयलांचल क्षेत्र के सराढू क्लस्टर के अंतर्गत आने वाले छह पंचायतों के 28 गांवो में शहरी सुख-सुविधाओं के साथ-साथ सभी को रोजगार के साधन मिलेंगे.

देखें पूरी खबर

जिला प्रशासन ने इन गांवों को विकसित और सुदृढ करने के लिए कुल 31 प्रस्ताव राज्य सरकार के पास भेजा था, जिसमें से 11 प्रस्तावों पर सरकार ने अपनी स्वीकृती प्रदान कर दी है. इन गांवों में 1 अरब 2 करोड़ रुपए खर्च करने की योजना है. जिसमें से अब तक 19.3 करोड़ रुपए खर्च किए जा चुके हैं. इस कार्य के नोडल पदाधिकारी उप-विकास आयुक्त मुरली मनोहर प्रसाद हैं, उक्त जानकारी उपायुक्त जितेंद्र कुमार सिंह ने दी.

six Panchayats of Chatra under the Ruburn Mission
पूराना घर

ये भी देखें- बासुकीनाथ में शिव विवाह की तैयारी पूरी, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

इसका शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राजनंद गांव छत्तीसगढ़ से किया था. उपायुक्त ने रुर्बन मिशन के उद्देश्य का जिक्र करते हुए कहा कि प्रथम चरण में 300 ऐसे गांवों का क्लस्टर स्थापित करना है, जिसमें शहरी सुविधाओं का समावेश ग्रामीण जन-जीवन के मूल स्वरूप को बनाए रखते हुए रुबर्न क्लस्टर के रूप में विकसित करना है. ज्ञात हो कि झारखंड प्रदेश में फेज तीन में कुल 15 क्लस्टर का चयन किया गया है, जिसमें से एक टंडवा प्रखंड का सराढू क्लस्टर भी शामिल है. जिसके तहत इस क्लस्टर में टंडवा, साराढू, गाड़ीलौंग, कबरा-कोयद और कसियाडीह पंचायत आते हैं, भारत सरकार ने जिला प्रशासन के समेकित क्लस्टर कार्य योजनाओं को अनुमोदन प्राप्त हो चुका है.

six Panchayats of Chatra under the Ruburn Mission
जर्जर सड़क

ये भी देखें- ढुल्लू महतो की पत्नी ने कहा- सत्ता पक्ष कर रहा बदले की भावना से काम

क्या कहते हैं स्थानीय ग्रामीण
स्थानीय ग्रामीणों ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि हमारे गांव में अब शहरी क्षेत्र जैसी सुविधा उपलब्ध कराया जाएगा, लेकिन इसे धरातल पर जल्द उतारने की आवश्यकता है. क्योंकि हमारे गांव में सड़क, पानी, बिजली, स्वस्थ और शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाओं से अब तक वंचित है.

रुर्बन मिशन के तहत कलस्टर की उपलब्धियां
रुर्बन मिशन के तहत कलस्टर की उपलब्धियां यह है कि चार सौ शौचालय का निर्माण होगा. कलस्टर के 2512 घरों में एलपीजी गैस का वितरण होगा. कृषि और पशुपालन क्षेत्र में लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए समेतकित कृषि प्रबंधन पर किसानों को प्रशिक्षण दिया जाना है. डेढ़ सौ लोगों को मुर्गी, बकरी, मछली पालन का प्रशिक्षण.

महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए पहले चरण में 50 महिलाओं को सिलाई का प्रशिक्षण, आवागमन के लिए 15 पीसीसी पथ का निर्माण, जलापूर्ति के लिए 10 चापाकल, टंडवा प्रखंड में पाइप वाटर सप्लाई करना. सराढू क्लस्टर के सभी विद्यालयों में बिजली उपलब्ध कराना. इसके अलावा रूबन हाट, कम्युनिटी हॉल, आरओ यूनिट, कोल्ड स्टोरेज, मशरूम यूनिट, सखी मंडल के लिए सैनिक की रिंग यूनिट स्थापित किया जाएगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.