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चतराः रिश्वतखोर अधिकारियों से परेशान युवक ने दी जान, सुसाइड नोट में लिखी पूरी कहानी - चतरा में आत्महत्या

चतरा में अधिकारियों की रिश्वतखोरी से तंग आकर युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. बता दें कि युवक ने सुसाइड नोट में पूरी कहानी लिखी है. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है.

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शव के पास बिलखता परिजन
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Published : Jul 21, 2020, 8:06 PM IST

चतरा: जिले के सदर थाना क्षेत्र के हफुआ गांव में अंचल अधिकारी के घूसखोरी और प्रताड़ना से तंग आकर युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. गांव के ओमप्रकाश सिंह उर्फ संगम सिंह ने गांव से बाहर ही एक पेड़ में फांसी लगाकर जान दे दी. लेकिन इस पूरे मामले में सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि युवक ने आत्महत्या से चंद मिनट पहले ही अपने रिश्तेदारों और करीबियों को व्हाट्सएप के माध्यम से एक सुसाइड नोट भेजा है. जिसमें उसने अपनी आत्महत्या के लिए चतरा अंचल अधिकारी जामुन रविदास और कर्मचारी नगीना प्रसाद को जिम्मेदार ठहराया है.

व्हाट्सएप में भेजा सुसाइड नोट

रिश्तेदारों और करीबियों को भेजे गए व्हाट्सएप मैसेज में युवक ने आरोप लगाया है कि चतरा अंचल अधिकारी और कर्मचारी ने उसके माध्यम से क्षेत्र के कई लोगों से काम कराने के नाम पर लाखों रुपए की उगाही कराई है. इतना ही नहीं लॉकडाउन के दौरान अंचल अधिकारी ने अपने लिए एक लैपटॉप और अपनी बेटी के लिए एक मोबाइल फोन भी बतौर घूस लिया है. बावजूद वो घूस की रकम वसूलने के बाद भी न तो किसी का काम कर रहे हैं और न ही पैसा लौटा रहे हैं.

ये भी पढ़ें- दुमका और बेरमो में उपचुनाव की कवायद तेज, केंद्रीय चुनाव आयोग की टीम पहुंची झारखंड

क्या लिखा है सुसाइड नोट में

ऐसे में अपना काम कराने के एवज में पैसे देने वाले लोगों का दबाव उन पर बढ़ता जा रहा है. युवक ने अपने सुसाइड नोट में कहा है कि अब अंचल अधिकारी को पैसे देकर उसकी यह स्थिति हो गई है कि वह किसी को पैसा नहीं लौटा पाएगा. उसने अपने रिश्तेदारों को व्हाट्सएप के माध्यम से कुछ लोगों का नाम भी बताया है और कहा है कि उसके मरने के बाद उसका मोबाइल और सामान बेचकर पैसा चुकता कर देना. उसने लिखा है कि अब ना तो अंचल अधिकारी पैसा वापस करेंगे और न ही कर्मचारी.

गहनता से जांच

हालांकि घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची सदर थाना पुलिस ने मृतक का मोबाइल जब्त करते हुए उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है. जहां पूरे मामले में ग्रामीणों और परिजनों ने अंचल अधिकारी की संपत्ति की जांच कराते हुए उनके विरुद्ध हत्या की प्राथमिकी दर्ज कर उन्हें जेल भेजने की मांग कर रहे हैं. वहीं, पुलिस पूरे मामले में फूंक-फूंककर कदम रख रही है. थाना प्रभारी ने कहा कि गहनता से जांच की जाएगी. जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

ये भी पढ़ें- DSPMU ग्रामीण क्षेत्र में जाकर कंडक्ट करेगी फाइनल एक्जाम, सोशल डिस्टेंस का किया जाएगा पालन

फोन पर दी सफाई

इधर, पूरे मामले पर अंचल अधिकारी ने फोन पर अपनी सफाई दी है. उन्होंने कहा कि कार्यालय में प्रत्येक दिन उनकी मुलाकात विभिन्न लोगों से होती है. ऐसे में हर एक व्यक्ति का काम करना संभव नहीं है. जिनका काम सही होता है उनका काम नहीं रोका जाता. बता दें कि चतरा अंचल अधिकारी जामुन रविदास कोरोना संक्रमित हैं और उनका इलाज रांची में चल रहा है.

चतरा: जिले के सदर थाना क्षेत्र के हफुआ गांव में अंचल अधिकारी के घूसखोरी और प्रताड़ना से तंग आकर युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. गांव के ओमप्रकाश सिंह उर्फ संगम सिंह ने गांव से बाहर ही एक पेड़ में फांसी लगाकर जान दे दी. लेकिन इस पूरे मामले में सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि युवक ने आत्महत्या से चंद मिनट पहले ही अपने रिश्तेदारों और करीबियों को व्हाट्सएप के माध्यम से एक सुसाइड नोट भेजा है. जिसमें उसने अपनी आत्महत्या के लिए चतरा अंचल अधिकारी जामुन रविदास और कर्मचारी नगीना प्रसाद को जिम्मेदार ठहराया है.

व्हाट्सएप में भेजा सुसाइड नोट

रिश्तेदारों और करीबियों को भेजे गए व्हाट्सएप मैसेज में युवक ने आरोप लगाया है कि चतरा अंचल अधिकारी और कर्मचारी ने उसके माध्यम से क्षेत्र के कई लोगों से काम कराने के नाम पर लाखों रुपए की उगाही कराई है. इतना ही नहीं लॉकडाउन के दौरान अंचल अधिकारी ने अपने लिए एक लैपटॉप और अपनी बेटी के लिए एक मोबाइल फोन भी बतौर घूस लिया है. बावजूद वो घूस की रकम वसूलने के बाद भी न तो किसी का काम कर रहे हैं और न ही पैसा लौटा रहे हैं.

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क्या लिखा है सुसाइड नोट में

ऐसे में अपना काम कराने के एवज में पैसे देने वाले लोगों का दबाव उन पर बढ़ता जा रहा है. युवक ने अपने सुसाइड नोट में कहा है कि अब अंचल अधिकारी को पैसे देकर उसकी यह स्थिति हो गई है कि वह किसी को पैसा नहीं लौटा पाएगा. उसने अपने रिश्तेदारों को व्हाट्सएप के माध्यम से कुछ लोगों का नाम भी बताया है और कहा है कि उसके मरने के बाद उसका मोबाइल और सामान बेचकर पैसा चुकता कर देना. उसने लिखा है कि अब ना तो अंचल अधिकारी पैसा वापस करेंगे और न ही कर्मचारी.

गहनता से जांच

हालांकि घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची सदर थाना पुलिस ने मृतक का मोबाइल जब्त करते हुए उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है. जहां पूरे मामले में ग्रामीणों और परिजनों ने अंचल अधिकारी की संपत्ति की जांच कराते हुए उनके विरुद्ध हत्या की प्राथमिकी दर्ज कर उन्हें जेल भेजने की मांग कर रहे हैं. वहीं, पुलिस पूरे मामले में फूंक-फूंककर कदम रख रही है. थाना प्रभारी ने कहा कि गहनता से जांच की जाएगी. जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

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फोन पर दी सफाई

इधर, पूरे मामले पर अंचल अधिकारी ने फोन पर अपनी सफाई दी है. उन्होंने कहा कि कार्यालय में प्रत्येक दिन उनकी मुलाकात विभिन्न लोगों से होती है. ऐसे में हर एक व्यक्ति का काम करना संभव नहीं है. जिनका काम सही होता है उनका काम नहीं रोका जाता. बता दें कि चतरा अंचल अधिकारी जामुन रविदास कोरोना संक्रमित हैं और उनका इलाज रांची में चल रहा है.

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