ETV Bharat / state

ETV BHARAT IMPACT: थैलेसीमिया पीड़ित दोनों बच्चों का मुफ्त होगा इलाज, माता-पिता को मिलेगा सरकारी योजनाओं का लाभ - Thalassemia victims will get free treatment

डीसी के निर्देश पर रेडक्रॉस और ब्लड बैंक की संयुक्त टीम ने चतरा के सिमरिया थाना क्षेत्र के घोर नक्सल प्रभावित सलगी गांव पहुंचकर थैलेसिमिया रोग से पीड़ित बच्चों के परिवार से मुलाकात की. इस दौरान टीम के सदस्यों ने मासूम बच्चों को प्रतिमाह मुफ्त ब्लड उपलब्ध कराने और उनके पीड़ित परिवार को आर्थिक सहयोग देने की बात कही है.

थैलेसीमिया पीड़ित दोनों बच्चों का मुफ्त होगा इलाज
author img

By

Published : Aug 23, 2019, 6:31 AM IST

चतरा: थैलेसीमिया जैसी जानलेवा बीमारी से जूझ रहे अनुसूचित जाति के सुजीत और प्रीति को नई जिंदगी मिलेगी. ईटीवी भारत ने मौत के मुंहाने खड़े 2 मासूमों के इलाज में अपना सब कुछ बेच चुके बेबस पिता की खबर को प्रमुखता से दिखाया. इसके बाद चतरा डीसी जितेंद्र कुमार सिंह ने मामले का संज्ञान लिया है.

वीडियो में देखें पूरी खबर

डीसी के निर्देश पर रेडक्रॉस और ब्लड बैंक की संयुक्त टीम ने सिमरिया थाना क्षेत्र के घोर नक्सल प्रभावित सलगी गांव पहुंचकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की. इस दौरान टीम के सदस्यों ने मासूम बच्चों को प्रतिमाह मुफ्त ब्लड उपलब्ध कराने और उनके पीड़ित परिवार को आर्थिक सहयोग देने की बात कही है.

रेड क्रॉस के सदस्य स्नेह राज ने कहा की थैलेसीमिया रोग से पीड़ित दोनों बच्चों का ना सिर्फ मुफ्त उपचार होगा बल्कि राज्य सरकार द्वारा रांची में स्थापित थैलेसीमिया स्पेशिलिटी केयर सेंटर में उनका निबंधन भी कराया जाएगा, ताकि भविष्य में भी ना सिर्फ बच्चों का समुचित उपचार हो सके बल्कि उनके माता-पिता को भी राज्य सरकार की योजनाओं का समुचित लाभ मिलता रहे. पीड़ित परिवार ने भी ईटीवी भारत की टीम को गरीब की आवाज बनने के लिए धन्यवाद दिया है.

चतरा: थैलेसीमिया जैसी जानलेवा बीमारी से जूझ रहे अनुसूचित जाति के सुजीत और प्रीति को नई जिंदगी मिलेगी. ईटीवी भारत ने मौत के मुंहाने खड़े 2 मासूमों के इलाज में अपना सब कुछ बेच चुके बेबस पिता की खबर को प्रमुखता से दिखाया. इसके बाद चतरा डीसी जितेंद्र कुमार सिंह ने मामले का संज्ञान लिया है.

वीडियो में देखें पूरी खबर

डीसी के निर्देश पर रेडक्रॉस और ब्लड बैंक की संयुक्त टीम ने सिमरिया थाना क्षेत्र के घोर नक्सल प्रभावित सलगी गांव पहुंचकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की. इस दौरान टीम के सदस्यों ने मासूम बच्चों को प्रतिमाह मुफ्त ब्लड उपलब्ध कराने और उनके पीड़ित परिवार को आर्थिक सहयोग देने की बात कही है.

रेड क्रॉस के सदस्य स्नेह राज ने कहा की थैलेसीमिया रोग से पीड़ित दोनों बच्चों का ना सिर्फ मुफ्त उपचार होगा बल्कि राज्य सरकार द्वारा रांची में स्थापित थैलेसीमिया स्पेशिलिटी केयर सेंटर में उनका निबंधन भी कराया जाएगा, ताकि भविष्य में भी ना सिर्फ बच्चों का समुचित उपचार हो सके बल्कि उनके माता-पिता को भी राज्य सरकार की योजनाओं का समुचित लाभ मिलता रहे. पीड़ित परिवार ने भी ईटीवी भारत की टीम को गरीब की आवाज बनने के लिए धन्यवाद दिया है.

Intro:चतरा : थैलेसीमिया जैसी जानलेवा बीमारी से जूझ रहे अनुसूचित जाति के सुजीत और प्रीति को नई जिंदगी मिलेगी। ईटीवी भारत में मौत के मुहाने पर खड़े दो मासूमों व इलाज में अपना घर बार बेच चुके बेबस पिता की खबर को प्रमुखता से दिखाए जाने के बाद डीसी जितेंद्र कुमार सिंह ने मामले में संज्ञान लिया है। डीसी के निर्देश पर रेडक्रॉस और ब्लड बैंक की संयुक्त टीम ने सिमरिया थाना क्षेत्र के घोर नक्सल प्रभावित सलगी गांव पहुंचकर प्रभावित परिवार से मुलाकात की। इस दौरान टीम के सदस्यों ने मासूम बच्चों को प्रतिमाह मुफ्त ब्लड उपलब्ध कराने व उनके पीड़ित परिवार को आर्थिक सहयोग देने की बात कही है। रेड क्रॉस के सदस्य स्नेह राज ने कहा की थैलेसीमिया रोग से पीड़ित दोनों बच्चों का ना सिर्फ मुफ्त उपचार होगा बल्कि राज्य सरकार द्वारा रांची में स्थापित थैलेसीमिया स्पेशिलिटी केयर सेंटर में उनका निबंधन भी कराया जाएगा। ताकि भविष्य में भी ना सिर्फ बच्चों का समुचित उपचार हो सके बल्कि उनके माता-पिता को भी राज्य सरकार की योजनाओं का समुचित लाभ मिलता रहे। पीड़ित परिवार से मुलाकात के बाद रेडक्रॉस की टीम के साथ-साथ पीड़ित परिवार ने भी ईटीवी भारत की टीम को गरीब का आवाज बनने के लिए धन्यवाद दिया।

बाईट : स्नेह राज, सदस्य, ब्लड बैंक, चतरा।
बाईट : संजीत भुईयाँ, पीड़ित पिता।


Body:चतरा के सिमरिया थाना क्षेत्र अंतर्गत नक्सल प्रभावित सलगी गांव के संजीत भुईयां के परिवार को किसी फरिस्ते का इंतजार था। फरिस्ते का इंतजार भी इसलिए कि ममता के आस में अपना जमीन जायदाद सबकुछ बेच चुका यह परिवार अपने दो मासूम बच्चों की जिंदगी बचा सके। दरअसल गरीब परिवार से तालुक्कात रखने वाले संजीत के दो बच्चे हैं। इनमे तीन वर्षीय सुजीत व पांच वर्षीय प्रीति थैलीसीमिया रोग से पीड़ित है। जिन्हें प्रतिमाह हजारो रुपये खर्च कर खून चढ़ाया जाता है। ताकि उनकी जीवन की पहिया निरंतर प्रगतिशील रहे। ऐसे में प्रतिमाह हजारो रुपये खर्च कर रहे उनके पिता के समक्ष अब आर्थिक संकट की स्थिति उत्पन्न हो गई है। वे अपना जमीन जायदाद तक बच्चों के ईलाज के लिए बेच चुके हैं। बावजूद उनकी समस्या का निदान अबतक नहीं हो पाया। ऐसे में ब्लड का इंतजाम उनके लिए चुनौती बन गया था।


Conclusion:मामले को लेकर ईटीवी भारत ने दो दिन पूर्व ही संजीत व उसके परिवार के समक्ष उत्पन्न विकराल संकट के अलावे मासूम बच्चों के जिंदगी और मौत के बीच जूझने की खबर को प्रमुखता से दिखाया था। खबर को दिखाए जाने के बाद न सिर्फ उपायुक्त जितेंद्र कुमार सिंह ने मामले में संज्ञान लिया बल्कि रेडक्रॉस और ब्लड बैंक की टीम को प्रभावित संजीत के घर भेज कर उन्हें मदद का आश्वासन दिया। डीसी के निर्देश पर जंगलों और दुर्गम रास्तों से होकर गांव पहुंची ब्लड बैंक की टीम ने गरीब के आवाज बनकर खबर को प्रमुखता से दिखाने के लिए ना सिर्फ ईटीवी भारत की टीम को बधाई दी बल्कि पीड़ित संजीत ने भी ईटीवी भारत परिवार को मदद के लिए धन्यवाद कहा।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.