चतरा: जहां एक ओर पूरा देश प्रदेश वैश्विक महामारी के प्रकोप से जूझ रहा है, लोग कोरोना की चपेट में आकर मर रहे हैं. ऐसे में राज्यहित में राज्य सरकार की ओर से प्रदेश में एक सप्ताह का स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह की घोषणा करते हुए विशेष पाबंदियां लगा दी गईं हैं. सुरक्षा सप्ताह के कारण रोजगार और अन्य आर्थिक स्रोतों पर ब्रेक लगने के कारण सबसे ज्यादा प्रभाव गरीब और निचले तबके के लोगों पर दिख रहा है. ऐसे परिवारों के सामने भुखमरी की नौबत आ गई है. इधर ऐसे लोगों की मदद के लिए डीएलएसए ने हाथ बढ़ाया है.
इसे भी पढ़ें- ऑक्सीजन लेवल 52 तक गिरने पर भी मरीज हुआ स्वस्थ, पलामू में संक्रमित 23 दिन बाद लौटा घर
डीएलएसए ने बढ़ाए मदद के हाथ
जिला प्रधान और सत्र न्यायाधीश राकेश कुमार सिंह ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा जब तक स्थिति सामान्य नहीं हो जाती है और प्रदेश में सुरक्षा सप्ताह की समाप्ति की घोषणा सरकार की ओर से नहीं की जाती है, तब तक डीएलएसए गरीबों के लिए रोटी की व्यवस्था करेगा.
कोई मजदूर भूखा नहीं रहेगा- जिला जज
जिला जज ने ईटीवी भारत को कहा है कि जिले में किसी भी गरीब और मजदूर को भूखे पेट नहीं रहने दिया जाएगा. डीएलएसए की टीम स्वयंसेवी संस्था और समाजसेवियों के साथ मिलकर जरूरतमंद लोगों के इलाकों में गरीब परिवारों के बीच अनाज और राशन का वितरण कर रहा है. जिला जज ने वैश्विक काल में जनहित में कार्य कर रहे रोटी बैंक रेड क्रॉस और मारवाड़ी युवा मंच की सराहना करते हुए कहा है कि जहां एक ओर लोग बीमारी के खौफ से घरों में दुबके हैं, वहीं दूसरी ओर इन संस्थाओं से जुड़े युवा जान जोखिम में डालकर लोगों की सेवा कर रहे हैं. जिला जज ने कहा है कि इनकी जनसेवा तारीफ के काबिल है. उन्होंने कहा है कि संकटकाल में गरीबों की सेवा करने वाले युवाओं से लोगों को प्रेरणा लेने की जरूरत है.
कैदियों को लगी वैक्सीन
जिला और सत्र न्यायाधीश ने कहा है कि महामारी से लोगों को बचाने की दिशा में डीएलएसए लगातार कार्य कर रहा है. इसी कड़ी में चतरा मंडल कारा में बंद करीब 700 कैदियों को भी कोरोना की वैक्सीन लगवाई गई है.