चतरा: लंबे समय के बाद एक बार फिर प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी की बढ़ती गतिविधियों को लेकर डीजीपी चतरा पहुंचे. डीजीपी ने जिला पुलिस के आला अधिकारियों के साथ आगे की रणनीति पर मंथन करने के निमित्त एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की. इस मौके पर डीआईजी एमवी होमकर और एसपी ऋषभ झा समेत कई पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे. इस बैठक में माओवादी गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए आगे की रणनीति बनाने के साथ-साथ कई योजनाबद्ध उपायों पर विचार किया गया.
चतरा जिले के पत्थलगड़ा थाना क्षेत्र अंतर्गत आज दिनदहाड़े माओवादी नक्सलियों ने छठ घाट पर अर्घ्य देने के दौरान एक कोयला कारोबारी की दिनदहाड़े माओवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी. इस घटना को देख जहां सारे लोग अचंभित रह गए, वहीं, मामले को लेकर पुलिस प्रशासन के सामने भी एक बहुत बड़ी चुनौती आ खड़ी हुई.
मौके पर सूबे के डीजीपी एमवी राव ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि पूरे राज्य से माओवादियों का सफाया और उसके खात्मा के लिए आगे की रणनीति बना ली गई है. इसे अंजाम तक पहुंचाने में पुलिस बिल्कुल भी नहीं हिचकेगी. हालांकि चतरा में हुए इस वारदात की घटना में डीजीपी ने माओवादियों की अंतर लिप्तता से इनकार नहीं किया है. उन्होंने कहा कि जांच के बाद ही और भी सारे तथ्य एक-दो दिनों में सामने आ जाएंगे. इस मौके पर उन्होंने आम लोगों से भी अपेक्षित सहयोग की अपील की और कहा कि इन समाज के दुश्मनों के बारे में किसी भी प्रकार की गतिविधियों की जानकारी पुलिस को निसंकोच शेयर करें.
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इस मामले में उनकी सूचना बिल्कुल गोपनीय रखी जाएगी. डीजीपी ने कहा आगे कहा कि इन माओवादियों का सिर्फ एक ही उद्देश्य लेवी और पैसे वसूलना है. उन्होंने कहा कि पुलिस इनकी सारे क्रियाकलापों को योजनाबद्ध तरीके से खत्म कर दी जाएगी.