बाल-बाल बचे मैनेजर
मिली जानकारी के अनुसार मां अम्बे कंपनी के मैनेजर रंजीत सिन्हा अपने स्कॉर्पियो पर सवार हो आम्रपाली से हजारीबाग की ओर जा रहे थे, इसी बीच अपराधियों ने उड़सू पुल के पास गाड़ी पर फायरिंग शुरू कर दी. इस गोलीबारी की घटना में मैनेजर रंजीत सिन्हा और ड्राइवर बाल-बाल बचे, जबकि गोली स्कॉर्पियो गाड़ी के आर पार हो गई.
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अमन साहू गिरोह का काम
टंडवा में हुए गोलीबारी की घटना की जिम्मेवारी गैंगस्टर अमन साहू गिरोह ने ली है. गिरोह के शाहरूख अंसारी ने हस्तलिखित पर्चा छोड़ते हुए कहा है कि मां अम्बे कंपनी को शिवपुर साइडिंग की घटना में साल 2019 में ही ट्रेलर दिखाया गया था लेकिन कंपनी लगातार गैंग को नजरअंदाज करती आई है. उन्होंने कहा है कि कंपनी के सुमित चटर्जी और सौरभ मुखर्जी समेत अन्य अधिकारियों को पहले ही चेतावनी दी गई थी लेकिन सुमित चटर्जी ने गैंग के साथ गेम कर दिया.
चिट्ठी के माध्यम से चेतावनी
चिट्ठी में कंपनी को धमकी देते हुए कहा गया है कि यह घटना मां अंम्बे कंपनी को अंतिम चेतावनी है. कंपनी या तो मैनेज करे या फिर बोरिया बिस्तर समेट कर यहां से जाने की तैयारी करे. साथ ही कहा है कि गैंग को चैलेंज कर के काम करेंगे तो आगे भी इस तरह आपके कंपनी के लोगों की खोपड़ी खुलती रहेगी.
छापेमारी अभियान
टंडवा में दस दिनों के भीतर लगातार दूसरी बार हुई गोलीबारी की घटना पुलिस के लिए भी परेशानी का सबब बन गई है. पुलिस लगातार अपराधियों के धड़-पकड़ के लिए अभियान चला रही है. जिसमें कुछ हद तक सफलता भी मिल रही है तो कुछ हद तक असफल भी हो रहे हैं.