चतरा: जिले के गिद्धौर प्रखंड कार्यालय में भ्रष्टाचार के विरुद्ध एसीबी (Anti Corruption Bureau) की टीम ने बड़ी कार्रवाई की है. एसीबी की टीम ने रिश्वत लेते पंचायत सचिव और प्रखंड समन्वयक को रंगेहाथ गिरफ्तार किया है. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने मामले की शिकायत मिलने के बाद गिद्धौर प्रखंड कार्यालय में जाल बिछाया था, जिसमें पंचायत सचिव और प्रखंड समन्वयक रंगेहाथ घूस लेते पकड़े गए.
हजारीबाग एसीबी की टीम ने की कार्रवाईः डीएसपी विमलेश त्रिपाठी के नेतृत्व में पहुंची हजारीबाग एसीबी की टीम ने गिद्धौर प्रखंड कार्यालय में यह कार्रवाई की है. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पंचायत सचिव कमलेश वर्मा को पांच हजार रुपए कैश और प्रखंड समन्वयक सीताराम रजक को दो हजार रुपए कैश रिश्वत लेते एसीबी की टीम ने रंगेहाथ गिरफ्तार किया है. वहीं एसीबी की इस कार्रवाई से प्रखंड कार्यालय में हड़कंप मच गया.
15वें वित्त आयोग की योजना में मांगी गई थी रिश्वतः गिरफ्तारी के बाद दोनों आरोपियों को एसीबी की टीम अपने साथ हजारीबाग ले गई है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मनरेगा के 15वें वित्त आयोग की योजना के तहत निर्मित योजनाओं के नाम पर पंचायत सचिव और प्रखंड समन्वयक घूस ले रहे थे. पहरा गांव निवासी सूरज साव से रिश्वत की रकम ली जा रही थी. सूरज ने ही मामले की शिकायत एसीबी से की थी. जिसके बाद एसीबी की टीम ने यह कार्रवाई की.
गौरतलब हो कि प्रखंड कार्यालयों में आये दिन भ्रष्टाचार के मामले सामने आते हैं. कई बार योजनाओं के कार्यों में हस्ताक्षर करने के नाम पर संबंधित लोग रिश्वत मांगते हैं. ऐसे में कई लोग काम जल्दी कराने के लिए रिश्वत दे देते हैं. दरअसल, ऐसे लोगों के कारण ही रिश्वतखोरों का मनोबल बढ़ता है और हर काम के एवज में घूस मांगने लगते हैं. जरूरत है इसके खिलाफ आवाज उठाने की, ताकि दोषियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया जा सके.