चतराः जिला में जंगली फल खाने से बच्चे बीमार हुए हैं. बताया जा रहा है कि जंगली फसल बगरेड़ी यानी जेड्रोफा खाने से सभी बच्चे बीमार हुए. इसके बाद इनको स्वास्थ्य उपकेंद्र कान्हाचट्टी में भर्ती कराया गया, जहां से इन्हें सदर अस्पताल भेज दिया गया. घटना की जानकारी मिलने के बाद मंत्री सत्यानंद भोक्ता बीमार बच्चों से मिले.
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इस घटना को लेकर बताया जा रहा है कि शनिवार को राजपुर थाना क्षेत्र के स्कूल के पास जंगल से बच्चों ने बगरेड़ी यानी जेड्रोफा तोड़कर खाए थे. इसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ने लगी. बच्चों की बीमारी की सूचना मिलते ही कान्हाचट्टी बीडीओ ने ग्रामीणों के सहयोग से सभी बच्चों को इलाज के लिए स्वास्थ्य उपकेंद्र कान्हाचट्टी में भर्ती कराया. जहां से प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने सभी बच्चों को बेहतर इलाज के लिए चतरा सदर अस्पताल भेज दिया. इलाज के बाद उनकी स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है.
मंत्री ने लिया हालचालः इस मामले की जानकारी मिलने के बाद श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता, जिप उपाध्यक्ष ब्रजकिशोर तिवारी, एसडीओ मुमताज अंसारी, सिविल सर्जन डॉक्टर एसएन सिंह, डीईओ दिनेश मिश्र व डीएसई अभिषेक बड़ाईक भी सदर अस्पताल पहुंचे. मंत्री के साथ तमाम अधिकारियों ने बीमार बच्चों और उनके परिजनों से मुलाकात की और उनका हालचाल लिया.
इस मौके पर श्रम मंत्री ने सिविल सर्जन और चिकित्सकों को बच्चों के समुचित इलाज करने का निर्देश दिया. सभी बच्चों का सदर अस्पताल में उपचार शुरू हो गया है, इलाज के बाद सभी बच्चों की स्थिति खतरे से बाहर है. इलाज को लेकर सिविल सर्जन ने कहा है कि चिकित्सकों की विशेष निगरानी में बच्चों को रखा जाएगा, इसके बाद परिस्थिति के अनुरूप आगे निर्णय लिये जाएंगे. बताया जा रहा है कि सभी बच्चे जिला के घोर नक्सल प्रभावित कान्हाचट्टी प्रखंड के जमरी पंचायत अंतर्गत पकरी गांव के हैं.