रांची: माओवादियों की सेंट्रल कमेटी के सदस्य सुधाकरण ने सरेंडर कर दिया है. सुधाकरण पर एक करोड़ रुपये का इनाम घोषित है. इसके साथ ही सुधाकरण की पत्नी नीलिमा ने भी सरेंडर कर दिया है. नीलिमा पर 25 लाख रुपये का इनाम है. दोनों ने तेलंगाना में सरेंडर किया है. पुलिस ने फिलहाल इसकी औपचारिक पुष्टि नहीं की है.
झारखंड पुलिस के सूत्रों ने बताया कि नक्सली सुधाकरण और उसकी पत्नी ने दो दिन पहले ही तेलंगाना में सरेंडर कर दिया है. झारखंड पुलिस और तेलंगाना पुलिस ने फिलहाल इसकी औपचारिक पुष्टि नहीं की है।
कौन है सुधाकरण
सुधाकरण माओवादियों की सेंट्रल कमेटी का सदस्य है. सुधाकरण को ओगू सतवाजी, बुरयार, सुधाकर और किरण सहित कई छद्म नामों से जाना जाता है. सुधाकरण तेलंगाना के अदिलाबाद का रहने वाला है. नक्सली सुधाकरण पर एक करोड़ का इनाम घोषित है. सुधाकरण ने झारखंड में अकूत संपत्ति जमा की है. गृह विभाग के आदेश पर पुलिस ने बूढ़ा पहाड़ के 29 कुख्यात नक्सलियों पर पांच लाख रूपये से लेकर एक करोड़ तक इनाम की घोषणा की थी. इनमें नक्सली नेता सुधाकरण पर एक करोड़ और उसकी पत्नी नीलिमा पर 25 लाख रूपये का इनाम रखा गया था. सुधाकरण की पत्नी नीलिमा तेलंगाना के वरांगल की रहने वाली है.
नक्सलियों को बड़ा झटका
सुधाकरण अपनी पत्नी के साथ कोयल-शंख जोन में बेहद सक्रिय रहा है. इस जोन में केंदु पत्ता ठेकेदारों और सरकारी योजना में काम करने वाले ठेकेदारों से सुधाकरण ने लेवी की मोटी रकम वसूली है. आतंक के बल पर वसूले गये इस पैसे को सुधाकरण ने अपने दोस्त सत्यनारायण रेड्डी के जरिये कारोबार में भी लगाना शुरू कर दिया था.
नक्सली अरविंदजी की मौत के बाद सुधाकरण ही झारखंड- छतीसगढ़ में माओवादियों का नेतृत्व कर रहा था. एनआइए ने सुधाकरण और उसकी पत्नी नीलिमा को भगोड़ा घोषित कर रखा था. पुलिस को कई मामलों में उसकी तलाश थी. लातेहार ब्लास्ट मामले में भी पुलिस को उसकी तलाश थी.