रांची: राज्य से लेकर केंद्र तक बीजेपी की सरकार को सत्ता से हटाने को लेकर झारखंड में विपक्षी महागठबंधन की रूपरेखा तैयार की गई है. महागठबंधन के सीट शेयरिंग में कांग्रेस को 7 सीट, झामुमो को 4 सीट, झाविमो 2 सीट और आरजेडी को एक सीट दिया गया. सीटों के बंटवारे में आरजेडी को पलामू सीट दिया गया है. लेकिन आरजेडी ने चतरा संसदीय क्षेत्र में भी अपना प्रत्याशी उतार दिया है.
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कांग्रेस ने भी चतरा में अपना प्रत्याशी उतार दिया है और महागठबंधन के साथ बीजेपी के खिलाफ लड़ाई लड़ने की रणनीति झारखंड में तैयार की गई है. लेकिन महागठबंधन में आपसी लड़ाई में उलझ कर रह गए हैं, चतरा लोकसभा सीट पर आरजेडी और कांग्रेस आमने सामने नजर आ रहे हैं.
कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता लाल किशोर नाथ शाहदेव ने कहा कि चतरा संसदीय लोकसभा क्षेत्र का सीट कांग्रेस के हिस्से में है. इसलिए उन्होंने अपना प्रत्याशी मनोज यादव को क्षेत्र में उतारा है. उन्होंने कहा कि महागठबंधन में सबको हिस्से का सीट दिया गया है. उसके बावजूद भी आरजेडी ने चतरा लोकसभा सीट पर सुभाष यादव को प्रत्याशी के रूप में उतारा है. 9 तारीख का नामांकन वापस लेने का आखिरी दिन है. तब तक कांग्रेस पार्टी को उम्मीद है कि आरजेडी कुछ ना कुछ कदम उठाएगी. इसको लेकर आलाकमान में भी बातें चल रही है.
वहीं, आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष गौतम सागर राणा ने कहा कि आरजेडी का प्रत्याशी चतरा लोकसभा क्षेत्र पर पिछले 1 सालों से लगातार काम करते आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर आरजेडी प्रत्याशी चतरा लोकसभा क्षेत्र से निकलता है, तो वह केंद्र में राहुल गांधी की ही सरकार बनाएंगे. इसलिए कांग्रेस से आग्रह है कि इस लोकसभा क्षेत्र में आरजेडी के प्रत्याशी को स्वतंत्र रूप से लड़ने दिया जाए. उन्होंने ये भी कहा कि इन्हीं सभी मुद्दों को लेकर तेजस्वी राष्ट्रीय अध्यक्ष यादव लालू प्रसाद यादव से मुलाकात करने के लिए रिम्स गए थे. लेकिन उनसे बात नहीं हो पाई. हालांकि निश्चित तौर पर 9 अप्रैल तक कुछ ना कुछ निष्कर्ष निकल जाएगा.