रांची: विश्वविद्यालय रांची द्वारा अपने सेशन को नियमित करने को लेकर पूरी कोशिश कर रही है. सेमेस्टर सिस्टम लागू होने के बावजूद स्नातक की परीक्षा समय पर नहीं हो पा रही है. वहीं, स्नाकोत्तर सत्र 2017-19 की परीक्षा आयोजित होने के 5 दिन बाद ही रिजल्ट जारी कर दिए जाने का निर्णय लिया गया है. सेमेस्टर तीन की परीक्षा खत्म होने के 46 दिन के अंदर सेमेस्टर 4 की परीक्षा शुरू करने का निर्णय लिया गया है. इससे विद्यार्थियों के बीच काफी उहापोह की स्थिति है.
दरअसल, विश्वविद्यालय में पीजी सत्र पर वर्ष 2016 में सीबीसीएस सिस्टम लागू किया गया. इसके बाद परीक्षा समय पर नहीं होने के कारण सत्र में विलंब हो गया. इसी सत्र को नियमित करने को लेकर आरयू की ओर से नए नए प्रयोग किए जा रहे हैं. आरयू प्रशासन के प्रयोग के कारण विद्यार्थियों को दो-चार होना पड़ रहा है. विद्यार्थियों की मानें, परीक्षा तो ली जा रही है लेकिन परिणाम बेहतर नहीं आ सकते. हड़बड़ी में छात्र ना तो पढ़ पा रहे हैं और ना ही सही तरीके से एग्जाम दे पा रहे हैं.
ऐसे में क्वालिटी एजुकेशन विद्यार्थियों को नहीं मिल पा रहा है. इस वजह से विद्यार्थी अन्य विश्वविद्यालयों के विद्यार्थियों के कंधे से कंधे मिलाकर कैसे चल सकते हैं. यह एक बड़ा सवाल है. जबकि आरयू के इस प्रयोग के संबंध में प्रतिकुलपति कामिनी कुमार का कहना है की विश्वविद्यालय का इस निर्णय का पूरा समर्थन विद्यार्थियों का मिला है, तब जाकर विश्वविद्यालय प्रशासन इसमें सफलता पाई है.