रांची: लोकसभा चुनावों के मद्देनजर हो रहे चुनाव प्रचार के दौरान राजनीतिक बयानबाजी के कथित गिरते स्तर को लेकर विपक्षी दलों ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और सत्तारूढ़ बीजेपी पर निशाना साधा है. प्रदेश में प्रमुख विपक्षी दल झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस ने चुनाव प्रचार के दौरान व्यक्तिगत हमले और परिवार को लेकर निशाना साधने के पीछे संघ के संस्कारों को जिम्मेदार ठहराया है.
झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव और प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि दरअसल आरएसएस ने जो संस्कार सिखाया है उसी का अनुपालन बीजेपी के नेता कर रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि लोगों के बीच में नफरत पैदा करना ही उनका मकसद है. उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि दरअसल जन्म से ही आरएसएस के लोगों को अच्छे संस्कार नहीं मिले हैं यही वजह है कि वह इस तरह के बयानबाजी में व्यस्त हैं.
ये भी पढ़ें- अब लाइव काउंटिंग देख पाएंगे राजनीतिक दल के प्रतिनिधि, किए गए हैं ये खास इंतजाम
वहीं, राज्य के पूर्व मंत्री और कांग्रेस के नेता के एन त्रिपाठी ने कहा कि कांग्रेस कभी भी प्रदेश में चुनाव प्रचार के दौरान 'बिलो द बेल्ट' नहीं जाती है. यह बीजेपी का संस्कार है और खासकर भारत के प्रधानमंत्री और उनके खास मित्र जो पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी है. सत्ताधारी दल जो टिप्पणी करते हैं उसके बाद छोटी पार्टियां उसका जवाब देती इसी वजह से राजनीति में प्रचार का स्तर गिरता जा रहा है.जबकि इन आरोपों का बचाव करते हुए बीजेपी साफ कहती है कि व्यक्तिगत आक्षेप पहले विपक्षी दलों के द्वारा लगाए जाते हैं. प्रदेश बीजेपी के प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि विपक्षी दलों को जवाब जनता देगी. उन्होंने कहा कि चुनाव समाप्त होने के बाद मतगणना के दिन तस्वीर साफ हो जाएगी.