रांची: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मोदी सर नेम वाले लोगों के लिए चौकीदार और चोर शब्द के कथित प्रयोग का मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है. एक तरफ जहां इसको लेकर कांग्रेस की किरकिरी हो रही है. वहीं, दूसरी तरफ प्रदेश की राजधानी में मोदी परिवार के एक सदस्य ने इस मामले को लेकर कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. इस परिवार ने झारखंड में कांग्रेस की नींव रखने में अहम भूमिका निभाई थी.
दरअसल, रांची की एक निचली अदालत में प्रदीप मोदी नाम के एक शख्स ने याचिका दायर कर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से अपने इस बयान को लेकर माफी मांगने की मांग रखी है. प्रदीप मोदी उस परिवार के वंशज हैं जिसने न केवल मौजूदा झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी की बिल्डिंग की स्थापना में सहयोग किया, बल्कि बाकायदा उसके लिए जमीन भी खरीद कर दी. इतना ही नहीं उनका दावा है कि पुराने समय में नेहरू जी सरीखे नेता उनके पूर्वजों के घर आया करते थे.
उन्होंने कहा कि रांची में जैसे ही राहुल गांधी ने इस तरह की भाषा का प्रयोग किया, तो पूरे परिवार के लोगों का उनको फोन आया और सब ने एकमत होकर इस मामले में कोर्ट नोटिस भेजने की मांग की. उन्होंने कहा इसके बाद राहुल गांधी यहीं नहीं रुके राजस्थान और कर्नाटक में जाकर उन्होंने हद पार कर दी. जिसकी वजह से उनके परिवार के सभी लोग आहत हैं. उन्होंने साफ कहा कि उनके परिवार के लोग सक्रिय रूप से स्वाधीनता आंदोलन और कांग्रेस के साथ हर तरह से जुड़े हुए थे. यहां तक कि उनके दादा जी ने अपने घर का नाम आनंद भवन भी रखा. उन्होंने कहा कि अगर उनके नोटिस का जवाब नहीं मिला, तो वो 20 करोड़ की मानहानि का मुकदमा दायर करेंगे.
इस बाबत झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता लाल किशोर नाथ शाहदेव ने कहा कि राहुल गांधी ने ऐसा कोई व्यक्तिगत कमेंट नहीं किया. लेकिन फिर भी अगर मोदी परिवार को दुख पहुंचा है, तो वो अपने आला नेताओं से मिलकर इस मामले से अवगत कराएंगे. उन्होंने कहा कि आला नेताओं से इस बात की भी रिक्वेस्ट की जाएगी की कि वो खुद जाकर परिवार के सदस्यों से मिलें.