धनबाद: मारपीट की एक घटना में सेना के एक जवान के परिजन जख्मी हालत में अस्पताल में इलाजरत हैं. लेकिन अस्पताल के कुछ स्टाफ उनके रिपोर्ट में हेराफेरी कर आरोपियों को लाभ पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं. इसके लिए पीड़ित ने सरकारी सिस्टम को जिम्मेवार ठहराया है.
जिले के पीएमसीएच में आर्मी के जवान के भाई दीपचंद मंडल का इलाज चल रहा है. बताया जा रहा कि शुक्रवार को कचरा फेंकने को लेकर विवाद के बाद मारपीट हुई. जिसमें उन्हें कंधे में काफी चोट आई है. जिसके बाद उन्होंने स्थानीय थाने में छह लोगों को आरोपी बनाते हुए लिखित शिकायत की है.
इधर, दीपचंद ने अस्पताल रिपोर्ट में हेराफेरी का भी आरोप लगाया है उनका कहना है कि जिस कंधे में चोट नहीं है उसका एक्स-रे कर आरोपियों को बचाने की कोशिश की जा रही है. इस बात की जानकारी जैसे ही उनके परिजनों को मिली वह आक्रोशित होकर हंगामा करने लगे. इलाज करने वाले डॉक्टर ने भी इस बात को स्वीकार किया है कि एक्स रे रिपोर्ट में गलती हुई है.
इधर, पीएमसीएच अधीक्षक हरिवंश कुमार सिंह से जब इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने कहा कि मामले की जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. वहीं, इस घटना के संबंध में गुजरात के जामनगर बॉर्डर पर तैनात आर्मी जवान मनोज मंडल से फोन पर बात की तो उन्होंने बताया कि सूचना मिलने के उनके कंपनी कमाडेंट ने एसएसपी से फोन पर बात करते हुए कार्रवाई के लिए कहा गया था. लेकिन एसएसपी ने किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं की है.