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PMCH कर्मी ने जांच रिपोर्ट में की हेराफेरी, फौजी ने लगाई न्याय की गुहार

आर्मी जवान के परिवार से मारपीट में उनके भाई को काफी चोटें आई. जिसके इलाज के लिए पीएमसीएच में भर्ती करया गया. जहां अस्पताल के कर्मी ने उनके जांच रिपोर्ट में बदलाव कर आरोपी को बचाने की कोशिश में था. जिसकी जानकारी मिलते ही लोगों ने अस्पताल में हंगामा किया.

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Published : Feb 28, 2019, 5:01 PM IST

PMCH कर्मी ने जांच रिपोर्ट में की हेराफेरी

धनबाद: मारपीट की एक घटना में सेना के एक जवान के परिजन जख्मी हालत में अस्पताल में इलाजरत हैं. लेकिन अस्पताल के कुछ स्टाफ उनके रिपोर्ट में हेराफेरी कर आरोपियों को लाभ पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं. इसके लिए पीड़ित ने सरकारी सिस्टम को जिम्मेवार ठहराया है.

PMCH कर्मी ने जांच रिपोर्ट में की हेराफेरी

जिले के पीएमसीएच में आर्मी के जवान के भाई दीपचंद मंडल का इलाज चल रहा है. बताया जा रहा कि शुक्रवार को कचरा फेंकने को लेकर विवाद के बाद मारपीट हुई. जिसमें उन्हें कंधे में काफी चोट आई है. जिसके बाद उन्होंने स्थानीय थाने में छह लोगों को आरोपी बनाते हुए लिखित शिकायत की है.

इधर, दीपचंद ने अस्पताल रिपोर्ट में हेराफेरी का भी आरोप लगाया है उनका कहना है कि जिस कंधे में चोट नहीं है उसका एक्स-रे कर आरोपियों को बचाने की कोशिश की जा रही है. इस बात की जानकारी जैसे ही उनके परिजनों को मिली वह आक्रोशित होकर हंगामा करने लगे. इलाज करने वाले डॉक्टर ने भी इस बात को स्वीकार किया है कि एक्स रे रिपोर्ट में गलती हुई है.

इधर, पीएमसीएच अधीक्षक हरिवंश कुमार सिंह से जब इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने कहा कि मामले की जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. वहीं, इस घटना के संबंध में गुजरात के जामनगर बॉर्डर पर तैनात आर्मी जवान मनोज मंडल से फोन पर बात की तो उन्होंने बताया कि सूचना मिलने के उनके कंपनी कमाडेंट ने एसएसपी से फोन पर बात करते हुए कार्रवाई के लिए कहा गया था. लेकिन एसएसपी ने किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं की है.

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धनबाद: मारपीट की एक घटना में सेना के एक जवान के परिजन जख्मी हालत में अस्पताल में इलाजरत हैं. लेकिन अस्पताल के कुछ स्टाफ उनके रिपोर्ट में हेराफेरी कर आरोपियों को लाभ पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं. इसके लिए पीड़ित ने सरकारी सिस्टम को जिम्मेवार ठहराया है.

PMCH कर्मी ने जांच रिपोर्ट में की हेराफेरी

जिले के पीएमसीएच में आर्मी के जवान के भाई दीपचंद मंडल का इलाज चल रहा है. बताया जा रहा कि शुक्रवार को कचरा फेंकने को लेकर विवाद के बाद मारपीट हुई. जिसमें उन्हें कंधे में काफी चोट आई है. जिसके बाद उन्होंने स्थानीय थाने में छह लोगों को आरोपी बनाते हुए लिखित शिकायत की है.

इधर, दीपचंद ने अस्पताल रिपोर्ट में हेराफेरी का भी आरोप लगाया है उनका कहना है कि जिस कंधे में चोट नहीं है उसका एक्स-रे कर आरोपियों को बचाने की कोशिश की जा रही है. इस बात की जानकारी जैसे ही उनके परिजनों को मिली वह आक्रोशित होकर हंगामा करने लगे. इलाज करने वाले डॉक्टर ने भी इस बात को स्वीकार किया है कि एक्स रे रिपोर्ट में गलती हुई है.

इधर, पीएमसीएच अधीक्षक हरिवंश कुमार सिंह से जब इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने कहा कि मामले की जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. वहीं, इस घटना के संबंध में गुजरात के जामनगर बॉर्डर पर तैनात आर्मी जवान मनोज मंडल से फोन पर बात की तो उन्होंने बताया कि सूचना मिलने के उनके कंपनी कमाडेंट ने एसएसपी से फोन पर बात करते हुए कार्रवाई के लिए कहा गया था. लेकिन एसएसपी ने किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं की है.

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Intro:धनबाद।मारपीट की एक घटना में सेना के एक जवान के परिजन जख्मी हालत में अस्पताल में इलाजरत है।लेकिन अस्पताल के चंद दलाल स्टाफ उनके इंजुरी रिपोर्ट में हेराफेरी कर आरोपियों को लाभ पहुँचाने की कोशिश कर रहे हैं।देश की सुरक्षा में लगे सेना के उस जवान ने सरकारी सिस्टम को जिम्मेवार ठहराया है।


Body:जिले के पीएमसीएच अस्पताल में भर्ती ये लोग गुजरात के जामनगर में पोस्टेड आर्मी जवान मनोज मंडल के परिजन हैं।जवान के मातापिता और भाई का इलाज यहां चल रहा है।ये बरवाअड्डा थाना क्षेत्र के लोहारबरवा स्थित मंडल बस्ती के रहनेवाले हैं।शुक्रवार को बस्ती के कुछ लोगों के द्वारा कचरा फेंकने के सवाल पर मारपीट की गई।आर्मी जवान के पिता मणीन्द्र मंडल के द्वारा स्थानीय थाना में कुल छह लोगों को आरोपी बनाते हुए लिखित शिकायत की गई।आर्मी जवान के छोटे भाई दीपचंद मंडल को कंधे में काफी चोट आयी है।अस्पताल में इलाजरत दीपचंद ने अस्पताल के लैब स्टाफ के खिलाफ जांच रिपोर्ट में हेराफेरी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इंज्यूरी रिपोर्ट में जख्म को हल्का दिखाने को लेकर लैब के स्टाफ द्वारा रिपोर्ट से छेड़छाड़ की गई है।दीपचंद ने बताया कि जिस कंधे में चोट लगी थी उस कंधे का एक्स रे रिपोर्ट न देकर दूसरे कंधे का एक्स रे रिपोर्ट इलाज के लिए सौंपा गया।इस रिपोर्ट में चोट लगे कंधे को दर्शाया गया।जिसके बाद अस्पताल के डॉक्टर ने उस रिपोर्ट के आधार पर चोट लगे कंधे का साधारण इलाज किया।डॉक्टर द्वारा साधारण इलाज किए जाने के बाद उसने इसकी सूचना अपने अन्य साथियों और परिजनों को दी।साथियों और परिजनों द्वारा हंगामा किए जाने के बाद अगले दिन एक्स रे रिपोर्ट बदलकर चोट लगे कंधे का रिपोर्ट डॉक्टर के समक्ष प्रस्तुत किया गया।दीपचंद ने बताया कि इलाज करने वाले डॉक्टर ने भी इस बात को स्वीकार किया है कि एक्स रे रिपोर्ट में गलती हुई है।उन्होंने कहा कि दअरसल पूरा खेल इंज्युरी रिपोर्ट कमजोर करने का है।आरोपी लैब के स्टाफ से मिलकर यह काम करवा रही है।मेजर इंज्युरी रिपोर्ट को नॉर्मल बनवा आरोपी केस को कमजोर करना चाहते हैं।उन्होंने सरकार और प्रशासन से न्याय की गुहार लगायी है।


इधर पीएमसीएच अधीक्षक हरिवंश कुमार सिंह से जब इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने कहा कि मामले की जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

वहीं इस घटना के संबंध में जब हमने गुजरात के जामनगर बॉर्डर पर तैनात आर्मी जवान मनोज मंडल से फोन पर बात की तो उन्होंने कहा कि सिस्टम में कहीं न कहीं कुछ खामियां हैं जिस कारण ऐसा हो रहा है।उन्होंने कहा कि घटना की सूचना मिलने के बाद मेरे कंपनी कमाडेंट के द्वारा जिले के एसएसपी को फोन कर कार्रवाई के लिए कहा गया था।लेकिन एसएसपी के द्वारा भी कोई कार्रवाई होती फिलहाल नही दिख रही है।उन्होंने कहा कि परिवार से पहले हमारा देश है।परिवार से पहले देश की सुरक्षा जरूरी है।और देश की सुरक्षा के लिए हमने कसम भी खाई है।उन्होंने ईटीवी भारत से न्याय दिलाने की भी गुहार लगायी है।


Conclusion:na
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