रांचीः जैश ए मोहम्मद और इस्लामिक स्टेट्स के आतंकियों ने हमले की साजिश रची है. आतंकियों के निशाने पर खास तौर पर इजरायली नागरिकों के होने की बात कही गई है. झारखंड एटीएस एसपी ने भी आतंकी हमले को लेकर राज्य के सभी जिलों के एसपी को अलर्ट भेजा है.
रांची में विशेष निगरानी रखने की बात
एटीएस एसपी के पत्र के आधार पर रांची में खास तौर पर पुलिस को निगरानी का निर्देश दिया गया है. रांची एसएसपी अनीश गुप्ता ने एटीएस से मिली जानकारी के आधार पर रांची जिले के सिटी और ग्रामीण एसपी के साथ-साथ थानेदारों को निर्देश दिया है कि आतंकी हमले की साजिश की सूचना का सत्यापन करें. साथ ही इलाके में कड़ी और लगातार निगरानी रखते हुए जरूरी कार्रवाई करें.
रिपोर्ट भी मांगी गई
आतंकी हमले को रोकने के लिए की गई निरोधात्मक कार्रवाई करने के साथ साथ उसके संबंधित रिपोर्ट वरीय अधिकारियों को भेजने का आदेश भी एसएसपी ने दिया है। सभी एसपी व डीएसपी को जिम्मेदारी दी गई है कि वह आदेश का अनुपालन कराएं.
क्या है एटीएस एसपी के पत्र में
एटीएस एसपी ने राज्य के सभी जिलों के एसपी और डीआईजी को भेजे पत्र में लिखा है कि जैश ए मोहम्मद और इस्लामिक स्टेट से संबंधित कुछ अज्ञात आतंकियों ने जून महीने में आतंकी हमले की साजिश रची है. खुफिया सूचनाओं के मुताबिक, इजरायली एंबेसी, स्कूल, रेस्टोरेंट या होटलों को निशाना बनाया जा सकता है. जून महीने में यहूदी नागरिक छुट्टियां मनाने अधिक संख्या में भारत आते हैं.
झारखंड में पूर्व में रहा है आतंकियों का स्लीपर सेल
झारखंड में बीते एक दशकों तक आतंकियों का स्लीपर सेल सक्रिय रहा है. रांची के सीठियो, ओरमांझी, डोरंडा और बरियातू के एक दर्जन से अधिक संदिग्धों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है. अक्टूबर 2013 में नरेंद्र मोदी की सभा और बोधगया ब्लास्ट में रांची के इम्तियाज समेत आधा दर्जन को सजा भी सुनायी जा चुकी है. वहीं 108 संदिग्धों पर एटीएस बीते दो सालों से लगातार मॉनिटरिंग कर रही है.