रांची: लोकसभा चुनाव 2019 को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए झारखंड कैडर के 3 एडीजी समेत एक दर्जन आईपीएस अधिकारियों को दूसरे राज्यों में चुनाव पर्यवेक्षक बनाया गया है. इन अधिकारियों में 1990 बैच के आईपीएस ए नटराजन,1992 बैच के आईपीएस प्रशांत सिंह और 1994 बैच की आईपीएस तदाशा मिश्रा शामिल हैं.
प्रशांत सिंह को छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाके कांकेर और महासमंद की जिम्मेदारी दी गई है. सभी चुनाव पर्यवेक्षकों को संबंधित जगहों पर बलों की तैनाती और शांतिपूर्ण चुनाव कराने का दारोमदार सौंपा गया है. एंटी करप्शन ब्यूरो के डीआईजी असीम विक्रांत मिंज, सीआईडी डीआईजी देवेंद्र ठाकुर, एसपी दीपक कुमार सिन्हा, कुसुम पुनिया, जया राय, मोहम्मद अर्शी, मणिलाल मंडल, कुमार रविशंकर और अंबर लकड़ा को भी अलग-अलग राज्यों में जाकर चुनाव कराना है.
निर्वाचन आयोग ने झारखंड और पश्चिम बंगाल के विशेष पर्यवेक्षक के तौर पर बीएसएफ के रिटायर्ड डीजी केके शर्मा की प्रतिनियुक्ति की, लेकिन अब शर्मा को आंध्र प्रदेश का विशेष पर्यवेक्षक बनाया गया है. निर्वाचन आयोग ने केके शर्मा की जगह अब 1982 बैच के आईपीएस अधिकारी विवेक दुबे को दोनों राज्यों का विशेष पर्यवेक्षक प्रतिनियुक्त किया है. विशेष पर्यवेक्षक पर अर्धसैनिक बलों की तैनाती और पुलिस बलों की निगरानी का दायित्व रहेगा.