रांची: झारखंड सरकार के पूर्व स्वास्थ्य सचिव डॉ प्रदीप कुमार की मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले पर कोर्ट में सुनवाई हुई. मामले की सुनवाई ईडी के विशेष न्यायालय के प्रभारी कोर्ट न्यायाधीश सुनील कुमार सिंह की अदालत में हुई. सुनवाई के बाद अदालत ने इससे जुड़े आरोपियों को होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार भेज दिया है.
इस मामले की अगली सुनवाई 10 जुलाई की तारीख निर्धारित की गई है. हाईकोर्ट के आदेशानुसार आरोपियों को 3 जून तक अदालत में सरेंडर करने का निर्देश दिया गया था. उसी आदेश के आलोक में डॉ प्रदीप कुमार और उनके भाई राजेंद्र प्रसाद दोनों ने ईडी के विशेष अदालत में खुद को सरेंडर किया था. यह मामला ईडी कांड संख्या 2/18 से जुड़ा है. मामले में पूर्व स्वास्थ्य सचिव डॉ प्रदीप कुमार, उनके भाई राजेंद्र प्रसाद, नंदलाल, श्यामल चक्रवर्ती, धर्मेंद्र कुमार धीरज, नरेश कुमार केजरीवाल मुख्य आरोपी हैं.
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बता दें कि यह मामल वित्तीय वर्ष 2006-2010 से जुड़ा हुआ है. विभिन्न योजनाओं के तहत लगभग 1करोड़ 76 लाख रुपये का हेर फेर किया गया था. दवा घोटाला मामले में पूर्व में सीबीआई द्वारा दर्ज प्राथमिकी के आलोक में ईडी ने भी 2012 में प्राथमिकी दर्ज की थी. इसमें झारखंड सरकार के पूर्व स्वास्थ्य सचिव डॉक्टर प्रदीप कुमार पर अपनी नाजायज कंपनी को जायज करार देने के लिए मनी लॉन्ड्रिंग का सहारा लेने का आरोप लगाया गया था.