रांची: नगर निगम कर्मचारी संघ ने मंगलवार को निगम परिसर में धरना देकर सरकार से सातवां वेतनमान लागू करने की मांग की है. साथ ही चेतावनी दी है कि अगर 15 दिनों के अंदर इस पर गंभीरता नहीं दिखाई जाती है. तो निगमकर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने को मजबूर हो जाएंगे.
रांचीः निगम कर्मियों ने दी अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी, 15 दिन का दिया अल्टीमेटम
नगर निगम कर्मचारी संघ ने मंगलवार को निगम परिसर में धरना देकर सरकार से सातवां वेतनमान लागू करने की मांग की है. साथ ही चेतावनी दी है कि अगर 15 दिनों के अंदर इस पर गंभीरता नहीं दिखाई जाती है. तो अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी.
निगम कर्मियों ने दी अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी
रांची: नगर निगम कर्मचारी संघ ने मंगलवार को निगम परिसर में धरना देकर सरकार से सातवां वेतनमान लागू करने की मांग की है. साथ ही चेतावनी दी है कि अगर 15 दिनों के अंदर इस पर गंभीरता नहीं दिखाई जाती है. तो निगमकर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने को मजबूर हो जाएंगे.
Intro:रांची.नगर निगम कर्मचारी संघ के मंगलवार को निगम परिसर में धरना देकर सरकार से सातवें वेतन लागू करने की मांग की है.साथ ही चेतावनी दी है कि अगर 15 दिनों के अंदर इस पर गंभीरता नहीं दिखाई जाती है.तो निगम कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने को मजबूर हो जाएंगे.
Body:रांची नगर निगम में कार्यरत 248 कर्मचारियों ने धरना देते हुए मांग की है कि निगम कर्मचारियों को राज्य सरकार कर्मचारियों के समतुल्य सातवां वेतनमान दिया जाए. साथ ही M.A.C.P का लाभ समेत मैट्रिक पास आश्रितों को अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति दी जाए. संघ ने मांग की है कि दैनिक कर्मचारियों और संविदा कर्मचारियों को स्थाई किया जाए और सरकार द्वारा निगम के स्थापना संबंधी शक्तियों को नगरीय प्रशासन से वापस लेकर निगम को फिर से स्थापना संबंधित और निगम कर्मचारियों के समस्या का समाधान निगम के प्रशासन द्वारा ही करने का आदेश दिया जाए.
Conclusion:नगर निगम कर्मचारी संघ के अध्यक्ष नरेश राम ने कहा है कि अगर सरकार के द्वारा उनकी मांगों पर अविलंब कार्यवाही नहीं की जाती है.तो 15 दिनों के बाद कर्मचारी संघ सड़क पर उतरेगा और उसके बाद भी उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता है. तो वह अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे.
Body:रांची नगर निगम में कार्यरत 248 कर्मचारियों ने धरना देते हुए मांग की है कि निगम कर्मचारियों को राज्य सरकार कर्मचारियों के समतुल्य सातवां वेतनमान दिया जाए. साथ ही M.A.C.P का लाभ समेत मैट्रिक पास आश्रितों को अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति दी जाए. संघ ने मांग की है कि दैनिक कर्मचारियों और संविदा कर्मचारियों को स्थाई किया जाए और सरकार द्वारा निगम के स्थापना संबंधी शक्तियों को नगरीय प्रशासन से वापस लेकर निगम को फिर से स्थापना संबंधित और निगम कर्मचारियों के समस्या का समाधान निगम के प्रशासन द्वारा ही करने का आदेश दिया जाए.
Conclusion:नगर निगम कर्मचारी संघ के अध्यक्ष नरेश राम ने कहा है कि अगर सरकार के द्वारा उनकी मांगों पर अविलंब कार्यवाही नहीं की जाती है.तो 15 दिनों के बाद कर्मचारी संघ सड़क पर उतरेगा और उसके बाद भी उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता है. तो वह अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे.