रांची: राजधानी के रिम्स में मानवता की मिसाल देखने को मिली. सीआरपीएफ जवान राजकमल ने एक घायल नक्सली को खून देकर उसकी जान बचाई. जिसके बाद रिम्स में हर कोई राजकमल की चर्चा कर रहा है.
बता दें कि 29 जनवरी को अरकी थाना क्षेत्र के जंगलों में पुलिस बल एवं नक्सलियों के बीच भारी गोलीबारी हुई थी. जिसमें चार नक्सली मारे गए थे और दो नक्सलियों को गंभीर हालत में गिरफ्तार किया गया था. जिसे बेहतर इलाज के लिए रांची के रिम्स में भर्ती कराया गया था. उसी में घायल नक्सली सोमू पूर्ति की जान बचाने के लिए बी पॉजिटिव खून की जरूरत पर रही थी. जिसकी सूचना मिलते ही 133 बटालियन सीआरपीएफ जवान राजकमल ने रक्तदान कर उसकी जान बचाई.
रिम्स ब्लड बैंक में कार्यरत लैब टेक्नीशियन कमलेन्द्र कुमार ने बताया कि राजकमल और इनके जैसे हजारों जवानों पर हम गर्व करते हैं, जो हमारी जान बचाने के लिए अपनी जान पर खेलते हैं. फिर वैसे नक्सलियों और आतंकवादियों की जान बचाने के लिए रक्तदान करते हैं, जो उनकी जान लेना चाहते हैं.
वहीं, रिम्स निदेशक डॉ डीके सिंह ने कहा कि पुलिस की ये दो मानवता के पक्ष को देखकर उन्हें गर्व है. एक समाज में लॉ ऑर्डर बनाने को लेकर सख्त रहते हैं. दूसरी तरफ अगर किसी की जान बचाने की जरूरत होती है तो उसमें भी वह आगे आते हैं. साथ ही कहा कि इससे समाज में एक बेहतर संदेश जाता है.