गोड्डा: झारखंड में लोकसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन में गोड्डा सीट को लेकर सबसे बड़ा पेंच फसा है. जहां कांग्रेस और जेवीएम दोनों ही हर हाल में चुनाव लड़ना चाहती है. कांग्रेस के जहां पूर्व सांसद फुरकान अंसारी खुद उम्मीदवारी का दावा कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर जेवीएम के दूसरे सबसे बड़े नेता प्रदीप यादव अपना दावा छोड़ने को तैयार नहीं हैं.
इस सीट पर गठबंधन में चर्चा तो अंदरखाने है, लेकिन कोई सीधे-सीधे सामने आकर नहीं बोल रहा है. ऐसे में जहां कांग्रेस इस सीट को लेकर वेट एंड वाच की नीति अपना रही है, फुरकान अंसारी और उनके विधायक पुत्र इरफान अंसारी अपने स्तर से खूब दिल्ली दरबार का चक्कर लगाने के साथ, पिछले दिन पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से गुफ्तगू करते देखे गए. उम्मीद जताई गई कि गोड्डा पर दावेदारी पर चर्चा हुई होगी, तो मंच पर जेवीएम सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी की उपस्थिति ये बता रही थी कि उनका दावा भी कमजोर नहीं हुआ है.
वहीं, जेएमएम के हेमंत सोरेन खुद इस पर कुछ नहीं बोल रहे हैं. लेकिन ये बात सामने आ रही है कि गोड्डा की सीट जेएमएम इस शर्त पर नहीं लड़ेगी जब कि यह सीट कांग्रेस के हिस्से में जाए. यदि गोड्डा सीट पर कांग्रेस के अलावा किसी और दल के उम्मीदवार खड़े होते हैं तो जेएमएम उसे समर्थन नहीं देगा, पार्टी के अंदर इस तरह की बात हो रही है. जेएमएम के नेता घनश्याम यादव ने इस बात का खुलासा किया है.