रांची: झारखंड बीजेपी ने इलेक्शन कमीशन से जेवीएम सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी द्वारा पार्ट के चुनाव चिन्ह इस्तेमाल न करने का निर्देश देने की मांग की है. झारखंड असेंबली स्पीकर दिनेश उरांव के न्यायाधिकरण द्वारा झारखंड विकास मोर्चा के बीजेपी में विलय पर सहमति मिलने के 24 घंटे के बाद बीजेपी का एक प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से मिला है.
पार्टी के प्रदेश महामंत्री दीपक प्रकाश की अगुवाई में चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर एल खियांगते से मिले 9 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने झारखंड विकास मोर्चा के द्वारा सदस्यता अभियान और धन संग्रह पर रोक लगाने की मांग की है. पार्टी के प्रदेश महामंत्री ने कहा कि जब जेवीएम का विलय बीजेपी में हो गया है तो ऐसे में जेवीएम के नाम पर किसी भी तरह की राजनीतिक गतिविधि और असंवैधानिक मानी जानी चाहिए.
उन्होंने कहा कि इस बाबत चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर को पार्टी ने अपनी भावना से अवगत करा दिया है और उन्होंने भी इस मामले को दिल्ली स्थित इलेक्शन कमीशन तक पहुंचाने का आश्वासन दिया है. उन्होंने कहा कि जब असेंबली स्पीकर ने स्पष्ट रूप से कह दिया कि जेवीएम का विलय बीजेपी में हो गया है तो ऐसे में जेवीएम का अस्तित्व पूरी तरह समाप्त हो चुका है. उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में जेवीएम के नाम पर किसी भी तरह की राजनीतिक गतिविधि सही नहीं मानी जानी चाहिए.