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2014 में हुई थी 'फ्रेंडली फाइट' इस बार बीजेपी-आजसू गुनगुना रहे 'हम साथ-साथ हैं' की धुन - ईटीवी भारत

राष्ट्रीय राजनीति में दखल देने के मकसद से आजसू इस बार लोकसभा का चुनाव लड़ रही है. इस बार वो बीजेपी के साथ गिरिडीह के चुनावी रण में उतर चुकी है. एनडीए का दावा है कि वे केवल गिरिडीह नहीं बल्कि पूरे झारखंड में एकजुट होकर चुनाव लड़ेंगे.

चंद्रप्रकाश चौधरी
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Published : Apr 3, 2019, 1:02 PM IST

Updated : Apr 3, 2019, 2:04 PM IST

रांची: प्रदेश में एनडीए फोल्डर में शामिल आजसू पार्टी गिरिडीह संसदीय सीट पर जीत का परचम लहराने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. हालांकि पिछली बार भी आजसू ने इस सीट पर अपना उम्मीदवार खड़ा किया था. लेकिन उसे हार का मुंह देखना पड़ा था. इस बार पार्टी के उम्मीदवार राज्य के जल संसाधन मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी हैं और वह इलाके में लगातार घूम रहे हैं.

देखें पूरी खबर

गिरिडीह समेत बोकारो और धनबाद के कुल 6 विधानसभा इलाकों में फैले इस संसदीय सीट पर फिलहाल बीजेपी के सीटिंग एमपी रविंद्र कुमार पांडेय हैं. लेकिन इस बार पार्टी ने उन्हें दोबारा मौका नहीं दिया है और यह सीट आजसू के खाते में चली गई. गिरिडीह संसदीय इलाके में पड़ने वाले विधानसभा क्षेत्र गिरिडीह, डुमरी, गोमिया, बेरमो, टुंडी और बाघमारा हैं. जिनमें से दो पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक हैं जबकि 3 पर बीजेपी और एक पर आजसू पार्टी का एमएलए है. ऐसे में पार्टी का दावा है कि उसे इस इलाके में भरपूर जन समर्थन मिलेगा.

आजसू पार्टी के केंद्रीय प्रवक्ता देवशरण भगत के अनुसार धनबाद जिले के टुंडी विधानसभा में झारखंड के संघर्ष की शुरुआत की थी और पूरा संसदीय इलाका संघर्ष की वजह से जाना जाता है. उन्होंने कहा कि अब लोग वहां बदलाव चाहते हैं यही वजह है कि लोग आजसू की तरफ उम्मीद भरी निगाहों से देख रहे हैं. उन्होंने कहा कि पार्टी के नेता समेत कार्यकर्ता पूरी तरह से उस इलाके में कैंपेनिंग पर फोकस कर रहे हैं.

इतना ही नहीं युवाओं और महिलाओं की टीम भी उन सभी विधानसभा इलाकों में लोगों से संपर्क कर रही है. वहीं एनडीए का नेतृत्व करने वाली बीजेपी का दावा है कि गिरिडीह संसदीय सीट पर बीजेपी के स्टार प्रचारक भी अपनी मौजूदगी दर्ज कराएंगे. पार्टी के प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने कहा कि ऐसा नहीं है कि गिरिडीह पर आजसू अकेले है. उस सीट पर बीजेपी के लगभग हर नेता कैंपेनिंग करेंगे जो राज्य के अन्य संसदीय इलाकों में जाएंगे. उन्होंने कहा कि यहां तक कि गिरिडीह में बीजेपी के स्थानीय इकाई भी आजसू पार्टी के साथ हाथ से हाथ मिलाकर खड़ी है.

पार्टी के अंदरखाने मिली जानकारी के अनुसार गिरिडीह संसदीय सीट के मौजूदा एमपी के खिलाफ बगावत कर रहे बाघमारा के विधायक ढुल्लू महतो ने आजसू को अपना समर्थन देने का आश्वासन दिया है. वहीं, टुंडी सीट पर आजसू के विधायक हैं जबकि बेरमो और गिरिडीह भी बीजेपी के पाले में है. ऐसे में पार्टी को संसदीय सीट पर जीत हासिल करने के लिए गोमिया और डुमरी विधानसभा इलाके में ज्यादा पसीना बहाना होगा, जहां से प्रमुख विपक्षी दल झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक हैं. बता दें कि पिछली बार आजसू पार्टी ने गिरिडीह से यूसी मेहता को उम्मीदवार बनाया था लेकिन और बीजेपी से फ्रेंडली फाइट हुई थी. जिसमे आजसू उम्मीदवार समेत 15 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गयी थी.

रांची: प्रदेश में एनडीए फोल्डर में शामिल आजसू पार्टी गिरिडीह संसदीय सीट पर जीत का परचम लहराने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. हालांकि पिछली बार भी आजसू ने इस सीट पर अपना उम्मीदवार खड़ा किया था. लेकिन उसे हार का मुंह देखना पड़ा था. इस बार पार्टी के उम्मीदवार राज्य के जल संसाधन मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी हैं और वह इलाके में लगातार घूम रहे हैं.

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गिरिडीह समेत बोकारो और धनबाद के कुल 6 विधानसभा इलाकों में फैले इस संसदीय सीट पर फिलहाल बीजेपी के सीटिंग एमपी रविंद्र कुमार पांडेय हैं. लेकिन इस बार पार्टी ने उन्हें दोबारा मौका नहीं दिया है और यह सीट आजसू के खाते में चली गई. गिरिडीह संसदीय इलाके में पड़ने वाले विधानसभा क्षेत्र गिरिडीह, डुमरी, गोमिया, बेरमो, टुंडी और बाघमारा हैं. जिनमें से दो पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक हैं जबकि 3 पर बीजेपी और एक पर आजसू पार्टी का एमएलए है. ऐसे में पार्टी का दावा है कि उसे इस इलाके में भरपूर जन समर्थन मिलेगा.

आजसू पार्टी के केंद्रीय प्रवक्ता देवशरण भगत के अनुसार धनबाद जिले के टुंडी विधानसभा में झारखंड के संघर्ष की शुरुआत की थी और पूरा संसदीय इलाका संघर्ष की वजह से जाना जाता है. उन्होंने कहा कि अब लोग वहां बदलाव चाहते हैं यही वजह है कि लोग आजसू की तरफ उम्मीद भरी निगाहों से देख रहे हैं. उन्होंने कहा कि पार्टी के नेता समेत कार्यकर्ता पूरी तरह से उस इलाके में कैंपेनिंग पर फोकस कर रहे हैं.

इतना ही नहीं युवाओं और महिलाओं की टीम भी उन सभी विधानसभा इलाकों में लोगों से संपर्क कर रही है. वहीं एनडीए का नेतृत्व करने वाली बीजेपी का दावा है कि गिरिडीह संसदीय सीट पर बीजेपी के स्टार प्रचारक भी अपनी मौजूदगी दर्ज कराएंगे. पार्टी के प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने कहा कि ऐसा नहीं है कि गिरिडीह पर आजसू अकेले है. उस सीट पर बीजेपी के लगभग हर नेता कैंपेनिंग करेंगे जो राज्य के अन्य संसदीय इलाकों में जाएंगे. उन्होंने कहा कि यहां तक कि गिरिडीह में बीजेपी के स्थानीय इकाई भी आजसू पार्टी के साथ हाथ से हाथ मिलाकर खड़ी है.

पार्टी के अंदरखाने मिली जानकारी के अनुसार गिरिडीह संसदीय सीट के मौजूदा एमपी के खिलाफ बगावत कर रहे बाघमारा के विधायक ढुल्लू महतो ने आजसू को अपना समर्थन देने का आश्वासन दिया है. वहीं, टुंडी सीट पर आजसू के विधायक हैं जबकि बेरमो और गिरिडीह भी बीजेपी के पाले में है. ऐसे में पार्टी को संसदीय सीट पर जीत हासिल करने के लिए गोमिया और डुमरी विधानसभा इलाके में ज्यादा पसीना बहाना होगा, जहां से प्रमुख विपक्षी दल झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक हैं. बता दें कि पिछली बार आजसू पार्टी ने गिरिडीह से यूसी मेहता को उम्मीदवार बनाया था लेकिन और बीजेपी से फ्रेंडली फाइट हुई थी. जिसमे आजसू उम्मीदवार समेत 15 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गयी थी.

Intro:रांची। प्रदेश में एनडीए फोल्डर में शामिल आजसू पार्टी गिरिडीह संसदीय सीट पर जीत का परचम लहराने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। हालांकि पिछली बार भी आजसू ने इस सीट पर अपना उम्मीदवार खड़ा किया था, लेकिन उसे हार का मुंह देखना पड़ा था। इस बार पार्टी के उम्मीदवार राज्य के जल संसाधन मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी हैं और वह इलाके में लगातार घूम रहे हैं।
गिरिडीह समेत बोकारो और धनबाद के कुल 6 विधानसभा इलाकों में फैले इस संसदीय सीट पर फिलहाल बीजेपी के सीटिंग एमपी रविंद्र कुमार पांडेय हैं। लेकिन इस बार पार्टी ने उन्हें दोबारा मौका नहीं दिया है और यह सीट आजसू के खाते में चली गई।


Body:गिरिडीह संसदीय इलाके में पड़ने वाले विधानसभा क्षेत्र गिरिडीह, डुमरी, गोमिया, बेरमो, टुंडी और बाघमारा हैं। जिनमें से दो पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक हैं जबकि 3 पर बीजेपी और एक पर आजसू पार्टी का एमएलए है। ऐसे में पार्टी का दावा है कि उसे इस इलाके में भरपूर जन समर्थन मिलेगा।
आजसू पार्टी के केंद्रीय प्रवक्ता देवशरण भगत के अनुसार धनबाद जिले के टुंडी विधानसभा में झारखंड के संघर्ष की शुरुआत की थी और पूरा संसदीय इलाका संघर्ष की वजह से जाना जाता है। उन्होंने कहा कि अब लोग वहां बदलाव चाहते हैं यही वजह है कि लोग आजसू की तरफ उम्मीद भरी निगाहों से देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी के नेता समेत कार्यकर्ता पूरी तरह से उस इलाके में कैंपेनिंग पर फोकस कर रहे हैं।


Conclusion:इतना ही नहीं युवाओं और महिलाओं की टीम भी उन सभी विधानसभा इलाकों में लोगों से संपर्क कर रही है। वहीं एनडीए का नेतृत्व करने वाली बीजेपी का दावा है कि गिरिडीह संसदीय सीट पर बीजेपी के स्टार प्रचारक भी अपनी मौजूदगी दर्ज कराएंगे। पार्टी के प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने कहा कि ऐसा नहीं है कि गिरिडीह पर आजसू अकेले हैं। उस सीट पर बीजेपी के लगभग हर नेता कैंपेनिंग करेंगे जो राज्य के अन्य सांसद इलाकों में जाएंगे। उन्होंने कहा कि यहां तक कि गिरिडीह में बीजेपी के स्थानीय इकाई भी आजसू पार्टी के साथ हाथ से हाथ मिलाकर खड़ी है।
पार्टी के अंदरखाने मिली जानकारी के अनुसार गिरिडीह संसदीय सीट के मौजूदा एमपी के खिलाफ बगावत कर रहे बाघमारा के विधायक ढुल्लू महतो ने आजसू को अपना समर्थन देने का आश्वासन दिया है। वहीं टुंडी सीट पर आजसू के विधायक हैं जबकि बेरमो और गिरिडीह भी बीजेपी के पाले में है। ऐसे में पार्टी को संसदीय सीट पर जीत हासिल करने के लिए गोमिया और डुमरी विधानसभा इलाके में ज्यादा पसीना बहाना होगा, जहां से प्रमुख विपक्षी दल झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक हैं। बता दें कि पिछली बार आजसू पार्टी ने गिरिडीह से यूसी मेहता को उम्मीदवार बनाया था लेकिन और बीजेपी से फ्रेंडली फाइट हुई थी। जिसमे आजसू उम्मीदवार समेत 15 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गयी थी।
Last Updated : Apr 3, 2019, 2:04 PM IST
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