साहिबगंज: जिले में इन दिनों आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका का मानदेय 2017 से अबतक नियमित नहीं हुआ. जिसके कारण उन्हें आर्थिक तंगी से गुजरना पड़ रहा. परिवार और बच्चों को पढ़ाने में लिए भी सेविकाएं सक्षम नहीं हो पा रही जिससे उन्हें अपने मानदेय के लिए ऑफिस का चक्कर लगाना पड़ रहा.
आंगनबाड़ी सेविकाओं का कहना है कि 2017, 2018 और 2019 का मानदेय नहीं मिलने से सभी परेशानी है. जि के कारण को परिवार को चलाना मुश्किल हो गया है. सेविकाओं का कहना है कि अगर मजदूरी करते तो रोज आमदनी मिलता. लेकिन मानदेय नहीं मिलने से उन्हें घुट-घूंट कर जिना पड़ रहा. यहां तक कि अपने बच्चों की इच्छा की पूर्ति भी नहीं कर पा रहे.
सेविकाओं का कहना है कि सरकार के सभी योजनाओं में काम करना पड़ता है चाहे टीकाकरण हो, प्रसूति माता का समय समय पर टीकाकरण, सुकन्या योजना, मतदाता लिस्ट में सुधार समेत स्वास्थ्य और समाज कल्याण से जुड़ी योजनाओं का कार्य करना पड़ता है. लेकिन जब सैलरी की बारी आती है तो सरकार हाथ खड़ा कर देती है.
मामले को लेकर उपायुक्त ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है की आंगनबाड़ी सेविका का मानदेय और पोषाहार नहीं मिल रहा है. जिसके बाद समाजकल्याण को आदेश दिया गया कि दो चार दिन में इसका निदान किया जाएगा.