बोकारो: मंदिर की जमीन को अतिक्रमण मुक्त करने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने चास एसडीएम कार्यालय का घेराव किया. इस दौरान ग्रामीणों ने राज्य सरकार और अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. वहीं चंदनकियारी के भाजपा विधायक अमर बाउरी भी ग्रामीणों के समर्थन में धरने पर बैठे. वहीं जानकारी मिलते ही एसडीएम दिलीप प्रताप सिंह शेखावत मौके पर पहुंचे और लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया. उन्होंने लिखित आश्वासन दिया कि सात अगस्त को मंदिर की जमीन से अतिक्रमण हटा लिया जाएगा. जिसके बाद ग्रामीणों के साथ चंदनकियारी विधायक धरने से उठे. इस दौरान विधायक अमर बाउरी ने अधिकारियों पर राज्य सरकार के दबाव में काम करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार वोट बैंक के कारण तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है.
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जानें क्या है पूरा मामलाः दरअसल, चास प्रखंड के सियालजोरी थाना क्षेत्र के चंदाहा गांव की 42 डिसमिल जमीन पर मां काली और भगवान शिव का मंदिर स्थित है. मंदिर की 33 डिसमिल जमीन पर गांव के पांच अल्पसंख्यक परिवार के लोगों ने अतिक्रमण कर लिया है और वहां घर बनाकर रह रहे हैं. ग्रामीणों ने मामले में वर्ष 2018 में अंचल कार्यालय में अतिक्रमण वाद दायर किया था. जिसके बाद पांच परिवार को अतिक्रमणकारी घोषित किया गया. उसके बाद जमीन से अतिक्रमण हटाने के लिए आदेश निकाला गया, लेकिन अतिक्रमणकारियों के द्वारा एक महीने की मोहलत मांगे जाने पर कार्रवाई को रोक दी गई. अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई होता नहीं देख ग्रामीण मंगलवार को एसडीएम कार्यालय पहुंचकर विरोध-प्रदर्शन करने लगे.
प्रशासन से मंदिर की जमीन को अतिक्रमणमुक्त करने की मांगः इस संबंध में ग्रामीणों ने कहा कि यह पूरी तरह से कानून का उल्लंघन है. लिखित आदेश निकलने के बाद भी जन भावना का ख्याल नहीं रखा गया. इसी कारण विवश होकर हम लोग धरने पर बैठे हैं. हम चाहते हैं कि मंदिर की जमीन से अतिक्रमण हटाया जाए. इस दौरान लोगों ने कहा कि हिंदू भावना के साथ खिलवाड़ करना बंद किया जाए. वहीं विधायक अमर बाउरी ने कहा कि राजनीतिक दबाव और सरकार के तुष्टिकरण नीति के कारण अब तक मंदिर की जमीन से अतिक्रमण नहीं हटाया गया है. मंत्री आलमगीर आलम का दबाव जिला प्रशासन पर है. इस कारण यह कार्रवाई नहीं हो रही है.