बोकारोः राज्य में जल्द क्षेत्रीय भाषाओं को पढ़ाने के लिए शिक्षकों की बहाली शुरू की जाएगी, 1932 का खतियान लागू किया जाएगा. यह बातें राज्य के स्कूली शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने नावाडीह के पेंक नारायणपुर में आयोजित पेयजल योजना का उद्घाटन शिलान्यास और विद्यालय को प्लस टू के रूप में उत्क्रमित करने के बाद मीडिया से बात करते हुए कही.
इसे भी पढ़ें- चतरा में तीन दिवसीय इटखोरी राजकीय महोत्सव का शुभारंभ, मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने किया उद्घाटन
राज्य के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो और पेयजल स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने दो पेयजल योजनाओं का उद्घाटन और एक का शिलान्यास के साथ साथ उत्क्रमित उच्च विद्यालय पेंक में 10वीं और 12वीं की पढ़ाई का उद्घाटन किया. इस दौरान मंत्री जगरनाथ महतो ने कहा कि राज्य में स्थानीय भाषा की पढ़ाई कराने के लिए जल्द शिक्षकों की बहाली शुरू की जाएगी. इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है, जल्द छात्र छात्राओं को खोरठा संथाली, आदिवासी सहित अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में शिक्षक पढ़ाते हुए नजर आएंगे.
उन्होंने कहा कि वो चाहते हैं कि क्षेत्रीय भाषाओं में छात्र-छात्राओं की पकड़ मजबूत हो और वो बेहतर करें. मंत्री जगन्नाथ महतो ने एक बार फिर से 1932 का खतियान लागू करने की बात दोहराई है. उन्होंने कहा कि जल्द ही खतियान को लागू कराने का काम किया जाएगा. एक सवाल के जवाब में कहा कि मैं बाबूलाल मरांडी नहीं हूं जो पीछे हट जाऊं. बीजेपी के द्वारा 1932 का खतियान लागू करने पर द्वेष फैलाने की बात कहने पर कहा कि अपना अधिकार मांगना किसी तरह का द्वेष फैलाना नहीं है. वहीं मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि राज्य के हर एक ग्रामीण को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना हमारी सरकार का लक्ष्य है. आने वाले 2024 तक सभी के घरों में शुद्ध पेयजल पहुंचाया जाएगा. मंत्री ने कहा कि आज जिन योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास हुआ है, इसमें 12 पंचायतों के लोगों को इसका लाभ मिलेगा और लोग स्वच्छ पेयजल पी सकेंगे.