बोकारो: इन दिनों आई फ्लू की बीमारी तेजी से बढ़ रही है. देश के कई राज्यों से आई फ्लू के मरीज सामने आ रहे हैं. बोकारो भी इससे अछूता नहीं है. तेजी से आई फ्लू के बढ़ते मामलों से लोगों में डर बना हुआ है. प्रतिदिन मरीज डॉक्टर के पास चक्कर लगाने को विवश हैं. स्कूली बच्चे भी इस फ्लू से परेशान हैं.
आंखों का वायरल इन्फेक्शन: कंजक्टिवाइटिस के संबध में शहर के जाने माने आई स्पेशलिस्ट डॉ. अंबरीश सोनी ने बताया कि आई फ्लू आंखों का वायरल इन्फेक्शन है. इसे कंजक्टिवाइटिस, रेड आई भी कहते हैं. वैसे आम बोलचाल की भाषा में इसे आंखों का आना या जय बंगला बोलते हैं.
कम्युनिकेबल है कंजक्टिवाइटिस: कंजक्टिवाइटिस एक कम्युनिकेबल बीमारी है. अगर एक आंख में कंजक्टिवाइटिस हुई है और दूसरे हाथ से आप अपनी दूसरी आंख को छुएंगे तो इसके फैलने का खतरा रहता है. इसमें मरीज अपना अलग बिस्तर कर लें, तौलिया अलग कर ले, क्योंकि यह आंख के आंसू से फैलता है. इस कंडीशन में बार-बार आंखों में हाथ लगाने से दूसरी आंख में भी इसके होने का रिस्क बढ़ जाता है. आंखों में देखने से यह नहीं फैलता है. जब तक कि इन्फेकशन फैले नहीं तब तक ये नहीं फैलता है. बरसात और ह्यूमिडिटी इसके फैलाव में सहायक सिद्ध होते हैं.
कैसे होता है आंखों में इन्फेक्शन: आंखों में यह इन्फेक्शन, कंजक्टिवा की सूजन का कारण बनता है. कंजक्टिवा क्लियर लेयर होता है, जो आंख के सफेद भाग और पलकों की आंतरिक परत को कवर करता है. इसमें आंखों के सफेद हिस्से में इन्फेक्शन फैल जाता है. जिससे मरीज को देखने में काफी परेशानी होती है. यह इन्फेक्शन पैदा करने वाले वायरस की वजह से किसी को भी हो सकता है. आंखों में खुजली या सूजन होने का मतलब है कि कंजक्टिवाइटिस है.
इस बीमारी से कैसे करें बचाव: डॉक्टर अंबरीश सोनी ने बताया कि यह किसी उम्र के लोगों को हो सकता है. इससे घबराने की जरूरत नहीं है. किसी डॉक्टर की सलाह पर ही कोई एंटीबायोटिक ड्रॉप लें. अपने से कोई डॉप नहीं डालें. बच्चों पर विशेष ध्यान दें. स्कूल में अगर किसी बच्चे को हो तो उसे घर पर रखें और ड्रॉप डालें. साफ पानी से आंख धोएं.