बोकारोः जिले के चंद्रपुरा के पिपराडीह गांव के एक मस्जिद से जमात के 14 लोग मिले हैं. यह लोग 27 फरवरी से यहां रह रहे थे. यहां पिपराडीह के पुराने मस्जिद में ये लोग 27 तारीख को दिल्ली से पहुंचे थे और यहां धार्मिक और दीनी काम के लिए आने की बात कह रहे हैं. जमात के ये 14 लोग खुद को दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके के बता रहे हैं.
नहीं थी स्थानीय प्रशासन को सूचना
इन 14 लोगों में 18 साल के युवक से लेकर 7 साल के बुजुर्ग तक हैं. बताया जा रहा है कि इन लोगों ने 31 मार्च को इसकी सूचना चंद्रपुरा थाना को दी. इसके पहले मस्जिद के प्रबंधक या आसपास के किसी व्यक्ति ने कोई भी सूचना स्थानीय प्रशासन को नहीं दी थी. पुरानी मस्जिद में पाए गए यह लोग खुद को दीन को सीखने समझने के लिए चंद्रपुरा आने वाले बताते हैं. लेकिन चंद्रपुरा कैसे पहुंचे सवाल के जवाब में कहते हैं कि उन्हें उनके हलके के जिम्मेदार तय कार्यक्रम के अनुसार 40 दिनों के लिए चंद्रपुरा भेजा था. लेकिन वह हलके के जिम्मेदार कौन हैं इसका जवाब ये लोग नहीं दे रहे हैं. इनका कहना है वे यहां के माहौल को समझने नमाज रोजा कैसे करें या जानने के लिए पहुंचे हैं.
वहीं मामले की जांच करने चंद्रपुरा थाना प्रभारी नूतन मोदी और बेरमो के एसडीपीओ सतीश चंद्र झा पहुंचे. प्रारम्भिक जांच के बाद उन्होंने बताया कि ये लोग 27 फरवरी से यहां हैं. पिछले 1 महीने से यहां ये क्या कर रहे थे किन-किन लोगों से मिले थे. साथ ही क्या इनमें से कोई निजामुद्दीन मरकज से भी आए हुए हैं. इन सब बिंदुओं की जांच की जा रही है. साथ ही इनका स्वास्थ्य जांच किया गया है. प्रारंभिक जांच में यह स्वस्थ्य दिख रहे हैं. यह लोग खुद को दिल्ली का बता रहे हैं. पुलिस इनकी ओर से दी गई जानकारी की जांच पड़ताल कर रही है और इन्हें आइसोलेशन में भेज रही है. लेकिन एक बड़ा सवाल यह है कि पिछले 27 फरवरी से एक छोटे से मस्जिद में 14 बाहरी लोग रह रहे हैं पर इसकी सूचना किसी को नहीं है. मस्जिद के प्रबंधक ने भी इसकी सूचना प्रशासन को तब दी जब निजामुद्दीन मरकज का मामला लोगों के सामने आया.