बोकारोः झारखंड में पंचायत चुनाव के लिए प्रथम चरण की वोटिंग हो रही है. बोकारो में भी गांव की सरकार बनाने के लिए लोगों में उत्साह नजर आ रहा है. इस दौरान कई गड़बड़ियां भी देखने को मिलीं.
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झारखंड में गांव की सरकार के लिए प्रथम चरण का मतदान जारी है. बोकारो जिला में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के प्रथम चरण के लिए मतदाता अपने मतदान केंद्रों पर पहुंचकर अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं. लेकिन वोटिंग की शुरुआत में कुछ गड़बड़ियां सामने आईं. स्वांग में बैलेट पेपर की गड़बड़ी के कारण स्वांग दक्षिणी बूथ सांख्य 208, 209 में पंचायत समिति सदस्य का बैलट पेपर में गड़बड़ी के कारण पंचायत समिति सदस्य का चुनाव स्थगित कर दिया गया है. इन दोनों बूथों पर 16 मई को पुनर्मतदान कराया जाएगा. वहीं गोमिया के लोधी पंचायत स्थित बूथ संख्या 78 में चुनाव कराने आए दो मतदान कर्मियों की तबीयत बिगड़ जाने से वोटिंग में थोड़ी देर की बाधा सामने आई है.
चुनाव को लेकर मतदाताओं का उत्साह देखते ही बनता है. जिला में प्रथम चरण में जिन स्थानों पर मतदान हो रहे हैं, उनमें गोमिया प्रखंड नक्सली मामले के लिए संवेदनशील माना जाता है और यहां शांति के साथ चुनाव कराना एक बड़ी चुनौती से कम नहीं है. फिर भी प्रशासन ने सुरक्षा की व्यापक व्यवस्था की है ताकि पंचायत चुनाव के दौरान कोई गड़बड़ी न हो सके. जिला में प्रथम चरण में 726 मतदान केंद्रों पर मतदाता अपने गांव की भावी सरकार को चुनने के लिए मतदान केंद्र पर उमड़ने रहे हैं.
प्रथम चरण में गोमिया एवं पेटरवार के हो रहे चुनाव में 1702 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. इनमें वार्ड सदस्य के लिए 1031, मुखिया पद के लिए 375, पंचायत सदस्य समिति के लिए 250 और जिला परिषद सदस्य के लिए 46 प्रत्याशी मैदान में हैं. इन दोनों ही प्रखंडों में 284 प्रत्याशी निर्विरोध चुन लिए गए हैं जिनमें 280 वार्ड सदस्य के लिए और चार प्रत्याशी पंचायत समिति सदस्य बचे हैं.
प्रथम चरण में चल रहे मतदान के दौरान 307 अतिसंवेदनशील और 311 संवेदनशील मतदान केंद्र बनाए गए हैं जबकि 108 मतदान केंद्रों को सामान्य श्रेणी में रखा गया है. बोकारो झारखंड में शुरू हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के प्रथम चरण में नक्सल प्रभावित गोमिया क्षेत्र में लोगों का उत्साह देखते ही बनता है. बुलेट बनाम बैलेट पर बैलेट हावी होता नजर आ रहा है और आम लोग गांव की सरकार बनाने के लिए घरों से निकलकर मतदान केंद्रों पर पंकित लगाकर खड़े हो गए हैं. किसी तरह की कोई गड़बड़ी न हो इसे ध्यान में रखते हुए इस इलाके में सुरक्षा की व्यापक व्यवस्था की गई है और हर एक मतदान केंद्रों को सुरक्षा बल की कड़ी निगरानी में रखा गया है ताकि आम लोग बेखौफ होकर मतदान कर सकें और गड़बड़ी करने वाले लोगों में खौफ पैदा हो सके.