बोकारोः जिले में भू माफिया का आतंक बढ़ता जा रहा है. माफिया मकान मालिक को बंदूक की नोंक पर बंधक कर बोकारो सेक्टर 12 थाना क्षेत्र के तेतुलिया मौजा में महज 4 घंटे में बना बनाया घर और उसकी बाउंड्री को तोड़ कर जमीन पर कब्जा जमा लिया है.
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भू माफिया के गुंडों ने अपने कार्यालय में गन प्वाइंट पर बंधक बनाकर रखे गए 65 वर्ष के वृद्ध व्यक्ति को उस वक्त छोड़ा गया. जब बहू और पोता पोती मौके पर पहुंचकर शोर मचाने लगे. बता दें कि वृद्ध व्यक्ति थाना से लेकर एसपी तक के पास फरियाद लगा रहा हैं लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है. पुलिस इस जमीन पर विवाद बात बताकर अपना पल्ला झाड़ रही है. हालांकि पीड़ित बुजुर्ग ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर को-ऑपरेटिव स्थित आवास पर जाकर मुलाकात की और न्याय की गुहार लगाई.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि यह काफी गंभीर मामला है. इस मामले में थाना प्रभारी दोषी प्रतीत हो रहे हैं क्योंकि उनके इलाके में किसी का घर तोड़ा जा रहा है और कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. उन्होंने कहा कि बोकारो एसपी को मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करने की आवश्यकता है.
क्या बोले एसपीः वहीं बुजुर्ग रामदास सिंह की बहू का कहना है कि जमीन माफिया शैलेश कुमार सिंह खुद को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पार्टनर बताकर धमकी दे रहा है. वहीं जब इस मामले को लेकर बोकारो एसपी प्रियदर्शी आलोक से बात की गई तो उन्होंने बताया कि यह जमीन विवाद का मामला है. इस मामले की जांच कराई जा रही है जो भी जांच में जो भी सामने आएगा उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी.
क्या है मामलाः बोकारो सेक्टर 12 थाना क्षेत्र तेतुलिया मौजा से 65 वर्षीय रामदास सिंह ने वर्ष 2020 में अपने और अपने परिवार के लिए 5 डिसमिल जमीन खरीदी थी. उस जमीन पर मकान और बाउंड्री वॉल कर उसमें गाय रखकर दो लोगों को किराए पर दे रखा था. 1 जुलाई और 26 अक्टूबर को पीड़ित ने थाना और संबंधित पदाधिकारी को पत्र लिखकर जानकारी दी थी कि तेतुलिया मौजा में वन विभाग की जमीन पर कब्जा करने वाले शैलेश सिंह मेरी जमीन पर सड़क बनाने के लिए जबरन जमीन को लेना चाह रहा है.
इसके बाद सेक्टर 12 थाना प्रभारी ने रामदास सिंह को यह भरोसा दिलाया कि उनकी जमीन पर कोई कुछ नहीं करेगा. लेकिन रामदास सिंह अपनी जमीन पर कुछ काम कर रहे थे इसी दौरान दो व्यक्ति उनके पास आकर उनकी कनपटी पर रिवॉल्वर सटाते हुए उनका अपहरण कर शैलेश सिंह के कार्यालय में ले जाकर बंद कर दिया. इसके बाद महज तीन से चार घंटे में पूरे घर और बाउंड्री को तोड़ दिया गया. जब रामदास सिंह का फोन स्विच ऑफ आने लगा तो उनकी बहू और घर के बच्चे मौके पर पहुंचे और जेसीबी चला रहे लोगों का विरोध किया इस दौरान जेसीबी से कुचलना का भी प्रयास किया गया. जब काफी हो हल्ला हुआ तो दबंगों द्वारा वृद्ध व्यक्ति को छोड़ दिया गया. इस दौरान थाना प्रभारी को भी फोन किया गया तो थाना प्रभारी में फोन रिसीव नहीं किया. लिखित शिकायत देने के बाद भी अभी तक थाना में मामला तक दर्ज नहीं की गयी है.