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प्रसूता का पति एंबुलेंस ड्राइवर से लगाता रहा गुहार, चालक की लापरवाही से गई महिला की जान

प्रसव के बाद महिला की हालत बिगड़ने पर उसे गंभीर हालत में बोकरो सदर अस्पताल रेफर किया गया. इस दौरान रास्ते में ही महिला की मौत हो गई.

Bokaro News Pregnant woman
एंबुलेंस ड्राइवर की लापरवाही से गई महिला की जान
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Published : Jul 13, 2023, 1:16 PM IST

Updated : Jul 13, 2023, 1:55 PM IST

देखें पूरी खबर

बोकारो: प्रसव के बाद ललपनिया कोदवा टांड़ की महिला की मौत हो गई. महिला का प्रसव जिले के गोमिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में हुआ. पति ने मौत का जिम्मेदार अस्पताल प्रबंधन और एंबुलेंस चालक को बताया. उन्होंने कहा अस्पताल प्रबंधन ने अंतिम समय में बोकारो रेफर की बात कही. वहीं रास्ते में तबीयत ज्यादा खराब होने के बाद पति के कहने पर भी एंबुलेंस चालक ने गाड़ी नहीं रोकी. पति का कहना था कि बीच रास्ते में किसी प्राइवेट अस्पताल में इलाज करावा लेते. लेकिन ड्राइवर के गाड़ी नहीं रोकने से बीच रास्ते में ही पत्नी ने दम तोड़ दिया.

ये भी पढ़ें: धनबाद में प्रसव के दौरान महिला की मौत, लापरवाही का आरोप लगाकर क्लीनिक में परिजनों का हंगामा

पति के हवाले से जानिए पूरा मामला: पति फलेंद्र प्रजापति ने बताया कि पत्नी मोनिका देवी (24 वर्ष) को प्रसव के लिए गोमिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बुधवार (12 जुलाई) की देर रात उसे भर्ती कराया गया था. गुरुवार सुबह सात बजे उसने एक बेटे को जन्म दिया. इसके बाद धीरे-धीरे उसकी हालत बिगड़ने लगी. पति ने कहा कि उनके बार-बार स्थिति पूछने के बाद भी स्वास्थ्य केंद्र की ओर से लापरवाही भरा रवैया अपनाया गया. कहा गया कि आपलोग बहुत जल्दी घबरा जाते है. उसके बाद जब स्थिति बेकाबू होने लगी तब उसे अस्पताल प्रबंधन ने बोकारो सदर अस्पताल रेफर किया. पति का कहना था कि अगर अस्पताल पहले रेफर कर देता तो शायद उसकी पत्नी जिंदा होती. पति ने कहा 108 एंबुलेंस भी दो घंटे से देर से आई, उसके बाद एंबुलेंस चालक ने मेरे गिड़गिड़ाने पर भी गाड़ी नहीं रोकी, जिससे उनकी पत्नी की रास्ते में ही मौत हो गयी.

पूर्व विधायक ने डीसी से की शिकायत: वहीं घटना की सूचना पाते ही गोमिया विधायक डॉक्टर लंबोदर महतो अस्पताल पहुंचकर पीड़ित परिजनों से मिले. उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को आड़े हाथ लिया, प्रबंधन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया. उन्होंने परिजनों को हरसंभव मदद करने की बात कही. वहीं पूर्व विधायक योगेंद्र प्रसाद ने स्वास्थ्य केंद्र पर सवाल उठाते हुए कहा कि डॉक्टरों की लापरवाही के कारण महिला की जान गई है. सात डॉक्टर की नियुक्ति होने के बावजूद भी नर्स के द्वारा प्रसव का कार्य कराया जाता है. उन्होंने इसकी सूचना उपायुक्त को दी और दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की.

आक्रोशितों परिजनों के डर से दुबके डॉक्टर: आक्रोशित परिजनों ने महिला के शव को गोमिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लाकर रख दिया और दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग करने लगे. मामले की गंभीरता को और लोगों के गुस्से को देखते हुए सारे अधिकारी अस्पताल में डटे रहे और लोगों को समझाने का प्रयास करते रहे है. आक्रोशित लोगों को काबू करने के लिए गोमिया सीओ संदीप अनुराग टोपनो, सीआई लालमोहन दास, गोमिया थाना प्रभारी राजेश रंजन, कथारा ओपी प्रभारी प्रिंस कुमार, ललपनिया थाना प्रभारी सुबोध दास, सआनि अनुज कुमार दल बल के साथ अस्पताल में मौजूद रहे. वहीं मौके पर भाजपा नेता देवनारायण प्रजापति, जिप सदस्य डॉक्टर सूरेद्र राज, संदीप स्वर्णकर, अजय रंजन समेत की लोग भी मौजूद रहे.

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बोकारो: प्रसव के बाद ललपनिया कोदवा टांड़ की महिला की मौत हो गई. महिला का प्रसव जिले के गोमिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में हुआ. पति ने मौत का जिम्मेदार अस्पताल प्रबंधन और एंबुलेंस चालक को बताया. उन्होंने कहा अस्पताल प्रबंधन ने अंतिम समय में बोकारो रेफर की बात कही. वहीं रास्ते में तबीयत ज्यादा खराब होने के बाद पति के कहने पर भी एंबुलेंस चालक ने गाड़ी नहीं रोकी. पति का कहना था कि बीच रास्ते में किसी प्राइवेट अस्पताल में इलाज करावा लेते. लेकिन ड्राइवर के गाड़ी नहीं रोकने से बीच रास्ते में ही पत्नी ने दम तोड़ दिया.

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पति के हवाले से जानिए पूरा मामला: पति फलेंद्र प्रजापति ने बताया कि पत्नी मोनिका देवी (24 वर्ष) को प्रसव के लिए गोमिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बुधवार (12 जुलाई) की देर रात उसे भर्ती कराया गया था. गुरुवार सुबह सात बजे उसने एक बेटे को जन्म दिया. इसके बाद धीरे-धीरे उसकी हालत बिगड़ने लगी. पति ने कहा कि उनके बार-बार स्थिति पूछने के बाद भी स्वास्थ्य केंद्र की ओर से लापरवाही भरा रवैया अपनाया गया. कहा गया कि आपलोग बहुत जल्दी घबरा जाते है. उसके बाद जब स्थिति बेकाबू होने लगी तब उसे अस्पताल प्रबंधन ने बोकारो सदर अस्पताल रेफर किया. पति का कहना था कि अगर अस्पताल पहले रेफर कर देता तो शायद उसकी पत्नी जिंदा होती. पति ने कहा 108 एंबुलेंस भी दो घंटे से देर से आई, उसके बाद एंबुलेंस चालक ने मेरे गिड़गिड़ाने पर भी गाड़ी नहीं रोकी, जिससे उनकी पत्नी की रास्ते में ही मौत हो गयी.

पूर्व विधायक ने डीसी से की शिकायत: वहीं घटना की सूचना पाते ही गोमिया विधायक डॉक्टर लंबोदर महतो अस्पताल पहुंचकर पीड़ित परिजनों से मिले. उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को आड़े हाथ लिया, प्रबंधन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया. उन्होंने परिजनों को हरसंभव मदद करने की बात कही. वहीं पूर्व विधायक योगेंद्र प्रसाद ने स्वास्थ्य केंद्र पर सवाल उठाते हुए कहा कि डॉक्टरों की लापरवाही के कारण महिला की जान गई है. सात डॉक्टर की नियुक्ति होने के बावजूद भी नर्स के द्वारा प्रसव का कार्य कराया जाता है. उन्होंने इसकी सूचना उपायुक्त को दी और दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की.

आक्रोशितों परिजनों के डर से दुबके डॉक्टर: आक्रोशित परिजनों ने महिला के शव को गोमिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लाकर रख दिया और दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग करने लगे. मामले की गंभीरता को और लोगों के गुस्से को देखते हुए सारे अधिकारी अस्पताल में डटे रहे और लोगों को समझाने का प्रयास करते रहे है. आक्रोशित लोगों को काबू करने के लिए गोमिया सीओ संदीप अनुराग टोपनो, सीआई लालमोहन दास, गोमिया थाना प्रभारी राजेश रंजन, कथारा ओपी प्रभारी प्रिंस कुमार, ललपनिया थाना प्रभारी सुबोध दास, सआनि अनुज कुमार दल बल के साथ अस्पताल में मौजूद रहे. वहीं मौके पर भाजपा नेता देवनारायण प्रजापति, जिप सदस्य डॉक्टर सूरेद्र राज, संदीप स्वर्णकर, अजय रंजन समेत की लोग भी मौजूद रहे.

Last Updated : Jul 13, 2023, 1:55 PM IST
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