बोकारो: झारखंड हाईकोर्ट से आवास खाली कराने के मामले में राज्य सरकार की कार्रवाई को रोकने के बाद नेताओं ने एक-दुसरे पर आरोप लगाना शुरु कर दिया है. भाजपा विधायक रणधीर सिंह के विपक्ष के नेताओं को परेशान किए जाने वाले बयान पर कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता आलोक दुबे ने पलटवार किया है. बोकारो दौरे के दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रदेश प्रवक्ता आलोक दुबे ने कहा कि चुनाव के बाद चाहे वो विधायक हो या मंत्री. पद से हटने के सब सरकारी आवास खाली कर देते हैं. लेकिन झारखंड राज्य एक ऐसा राज्य है, जहां के मंत्री सत्ता से हटने के एक साल के बाद भी आवास खाली नहीं कर रहे हैं.
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जनवरी महीने में होगा नगर निकाय चुनाव
उन्होंने कहा कि यह सही प्रक्रिया है. इसी के तहत उनका आवास को खाली कराया गया है. पंचायत और नगर निकाय चुनाव नहीं कराए जाने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि प्रदेश की सरकार गांव और शहर की सरकार को स्थापित करते हुए अधिकार देने में विश्वास रखती है. ऐसे में विपक्षी दल के द्वारा अभी तक प्रतिपक्ष का नेता नहीं बनाए जाने के कारण मुख्य चुनाव आयुक्त का पद खाली पड़ा हुआ है. इसी कारण चुनाव नहीं हो पा रहा है. लेकिन मतदाता पुनरीक्षण का काम चल रहा है, और जनवरी महीने में चुनाव संभव हो सकेगा.