बोकारो: श्वेता सिंह बोकारो विधानसभा क्षेत्र से बतौर कांग्रेस प्रत्याशी चुनाव लड़ रही हैं. इससे पहले कांग्रेस ने इस सीट से संजय सिंह को टिकट दिया था, लेकिन बाद में उनका टिकट काटकर कांग्रेस ने श्वेता सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है.
जनता का दिल जीतने के लिए करनी पड़ती है मेहनत
इसी मामले को लेकर ईटीवी की टीम ने जब उनसे खास बातचीत की तो उन्होंने कहा कि राजनीतिक परिवार की सदस्य होने की वजह से उन्हें राजनीति विरासत में जरूर मिली है, लेकिन अपना मुकाम बनाने के लिए उन्होंने किसी सामान्य व्यक्ति से कम मेहनत नहीं की है. श्वेता सिंह ने कहा कि राजनीतिक जीवन में कोई भी चीज प्लेट में सज कर नहीं मिल जाता है. चाहे वह राजनीतिक घराने के लोग हो या सामान्य लोग. उन्हें जनता का दिल जीतने के लिए बराबर मेहनत करना पड़ता है.
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समरेश सिंह तीन बार रह चुके हैं विधायक
बता दें कि श्वेता सिंह झारखंड के कद्दावर नेता समरेश सिंह के छोटे बेटे संग्राम सिंह की पत्नी है. दादा के नाम से प्रसिद्ध समरेश सिंह तीन बार विधायक और मंत्री रह चुके हैं. इसके साथ ही श्वेता सिंह का मायका भी राजनीतिक रूप से पूरे बिहार में प्रसिद्ध है. वह पूर्व सांसद और कैबिनेट मंत्री रहे दिग्विजय सिंह की भतीजी हैं. श्वेता सिंह का मुकाबला भाजपा के बिरंचि नारायण, झामुमो के प्रकाश सिंह और आजसू के राजेंद्र महतो से है.
विस्थापन, सड़क, बिजली और स्वास्थ्य होंगे प्रमुख मुद्दे
ईटीवी भारत से खास बातचीत में श्वेता सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने उनपर जो भरोसा जताया है. वह उसपर खड़ा उतरने की पूरी कोशिश करेंगी. उनका कहना है कि बोकारो की जनता ने ठान लिया है कि अब की बार वे उन्हें चुनाव जीताएंगे. श्वेता सिंह ने कहा कि चुनाव जीतने के बाद विस्थापन, सड़क, बिजली और स्वास्थ्य जैसे प्रमुख मुद्दों पर वह काम करेंगी, साथ ही युवाओं को रोजगार दिलाने के लिए भी पुरजोर कोशिश करेंगी. इसके साथ ही महिला से जुड़े मुद्दे भी उनकी प्राथमिकता में होगी.