बोकारोः दो माह पहले कोक ओवन में ठेका श्रमिक की मौत हो गई थी. इस मामले में बोकारो इस्पात संयंत्र (बीसीएल) के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर (वर्क्स) और चीफ जनरल मैनेजर के खिलाफ बोकारो सिविल कोर्ट में केस दर्ज कराया गया है.
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बीएसएल प्रबंधन ने ठेका श्रमिक की मौत का कारण हार्ट अटैक बताकर परिजनों को नियोजन नहीं दिया था. लेकिन जांच के दौरान कारखाना निरीक्षक ने पाया कि श्रमिक की मौत सामान्य नहीं थी. बताया जा रहा है कि बोकारो इस्पात संयत्र के कोक ओवन बैटरी संख्या 2 में 15 अक्टूबर को ठेका मजदुर नंद कुमार की मौत दुर्घटना में हो गई थी. इस घटना की जांच के बाद बोकारो अंचल के कारखाना निरीक्षक धीरेंद्र सिंह मुंडा की ओर से मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर और चीफ जनरल मैनेजर के खिलाफ आवेदन दायर किया गया है.
कारखाना निरीक्षक ने जांच में पाया कि नंद कुमार का नियमानुसार स्वास्थ जांच नहीं कराया गया. हालांकि, प्रावधान है कि प्रत्येक साल स्वास्थ्य जांच अनिवार्य है. वहीं, बीएसएल प्रबंधन ने नंद कुमार की मृत्यु को एक्सीडेंट ना मानते हुए हार्ट अटैक बताया, जो गलत था. कारखाना निरीक्षक ने जांच में यह भी पाया कि नंद कुमार जिस जगह काम कर रहा था, वहां तापमान अधिक था. इस वजह से बेहाश होकर गिर गया और उसकी मौत हो गई.
नंद कुमार मैसर्स फास्बेल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के ठेका श्रमिक थे. घटना के दिन कोक ओवन बैट्री नंबर 2 में बी शिफ्ट में कार्य के दौरान रात्रि 9:45 में अस्वस्थता के कारण अचानक अचेत हो गए और ओवन टाॅप पर ही गिर गए. गिरने के बाद सहकर्मी साथियों द्वारा प्लांट के मेडिकल पहुंचाया और प्राथमिक उपचार करने के बाद बोकारो जेनरल अस्पताल रेफर कर दिया. जेनरल अस्पताल में ईलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.