बोकारो: स्टील प्लांट में काम करने वाले कर्मी 12 अगस्त तक ही पुराना गेट पास से प्लांट में प्रवेश कर सकेंगे. 12 अगस्त के बाद उनका पुराना गेट पास वैध नहीं रहेगा. बोकारो स्टील 13 अगस्त के बाद सभी कर्मियों और अधिकारियों के लिए आरएफआईडी आधारित पहचान पत्र और गाड़ी का पास लागू कर देगा.
हर गतिविधि पर नजर: बोकारो स्टील प्लांट के संचार प्रमुख मणिकांत धान ने बताया कि आरएफआईडी वाली पहचान पत्र और गाड़ी का पास पूर्व से निजी कॉर्पोरेट कार्यालयों और प्लांटों में लागू है. बोकारो स्टील प्लांट की इस व्यवस्था को 12 अगस्त के बाद लागू किया जा रहा है. अब यह आने वाले समय में पता चल पाएगा कि इसका क्या और कितना सकारात्मक परिणाम आता है. हालांकि उन्होंने कहा कि इस आईडी के लागू होने से प्लांट में प्रवेश करने और प्लांट छोड़कर जाने वालों का पता उनके विभाग को लग जाएगा.
इनके लिए है बुरी खबर: काम के प्रति जवाबदेह कर्मी इस व्यवस्था को लेकर खुश हैं. वहीं ड्यूटी से गायब रहने वाले कर्मियों के लिए यह परेशानी का सबब भी बनने जा रहा है. बोकारो स्टील में काम करने वाले वैसे कर्मियों के लिए बुरी खबर है, जो काम के प्रति गैर जिम्मेदार हैं या फिर काम से भागते हैं.
जितनी ड्यूटी उतने पैसे: बोकारो स्टील प्लांट में काम करने वाले कर्मियों और अधिकारियों को 8 घंटे ड्यूटी करना अनिवार्य है. पूर्व में अपने मनमर्जी तरीके से कर्मी और अधिकारी प्लांट के अंदर सहित अन्य कार्यालयों में जाते थे और मन मुताबिक बाहर चले जाते थे. आरएफआईडी लागू होने से उन्हें अब 8 घंटे की ड्यूटी करना जरूरी हो जाएगा. अगर कोई 8 घंटे से कम ड्यूटी करते हैं तो उन्हें वेतन भी कम मिलेगा. क्योंकि इस आरएफआईडी को उनके अटेंडेंस शीट से भी जोड़ दिया जाएगा.
वाहनों पर आरएफआईडी: बोकारो स्टील प्रबंधन ने पहले कर्मियों के अटेंडेंस के लिए फिंगरप्रिंट स्कैनर उनके संबंधित विभाग में लगवाने का काम किया था. कोराेना के कारण इस व्यवस्था को हटा दिया गया था. अब प्लांट की बेहतरी और लोगों को काम के प्रति जवाबदेह बनाने के लिए आरएफआईडी आधारित पहचान पत्र और गाड़ी का पास लागू किया जा रहा है.